लखनऊ
सारस के साथ दोस्ती को लेकर चर्चा में आए आरिफ अब मायूस हैं, क्योंकि वन विभाग सारस को ले गया है। मंगलवार को वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में शिफ्ट कर दिया है। इस पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है।अखिलेश ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “मेरे मिलने के बाद बीजेपी वालों ने सारस को छीन लिया। सारस का संरक्षण केंद्र इटावा में बन रहा था। वो भी बीजेपी वाले छीन ले गए। पर्यावरण के लिए बीजेपी वाले कुछ नहीं करेंगे। ये लोग सारस को कैद कर रहे हैं। जो मुख्यमंत्री सदन में झूठ बोलते हों, उनसे क्या उम्मीद करें कि सारस को खुला छोड़ देंगे।”
बता दें, सारस को वन विभाग की टीम मंगलवार को आरिफ से ले गई थी। इससे पहले सारस को लेने के लिए लखनऊ से वन विभाग की टीम ने आरिफ को नोटिस भी दिया था। लेकिन आरिफ इस बात के लिए राजी नहीं थे। वहीं जब टीम सारस को लेने आरिफ के गांव अमेठी के मंडका पहुंची तो आरिफ ने सारस को कसके पकड़ लिया। वो किसी भी हाल में अपने दोस्त को खुद से दूर करने के लिए राजी नहीं थे।आरिफ बार-बार टीम से कह रहे थे, आप लोग सारस को चेक कर लो। मैं इसका पूरा ध्यान रखता हूं। हमेशा साथ में रखता हूं। खाने-पीने से लेकर, सोने-बैठने सब का इंतजाम घर पर इसके लिए कर रखा है। ये भी मेरे साथ बहुत खुश रहता है। आपको यकीन न हो तो गांव वालों से पूछ लो। आरिफ के इतना कहने के बाद भी वन विभाग की टीम सारस को आरिफ से छीन कर ले गई।
अपने दोस्त से अलग होने के बाद आरिफ की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे हैं। वो बार-बार सारस के बिस्तर, उसके खाने के बर्तन देखकर दुखी हो जाते हैं। आरिफ कहते हैं, अब कौन मेरे साथ-साथ खेत जाएगा। कौन मेरी बाइक के पीछे उड़ेगा। मैं सारस के बिना कैसे रहूंगा। मेरी इतनी अच्छी दोस्ती का अंत इतना बुरा होगा ये कभी नहीं सोचा था।
मैं उन लोगों के सामने रोता रहा लेकिन वो लोग नहीं माने। मेरे दोस्त को गाड़ी में बंद करके ले गए। उसके ऊपर लाल रंग का कपड़ा डाल दिया। जिससे वो मुझे देख न पाए। अगर मेरे दोस्त को कुछ हो गया तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। वो मुझको घर पर नहीं देखता था तो चिल्लाने लगता था, वहां वो मेरे बिना कैसे रह पाएगा।
आरिफ के भाई कहते हैं, सारस के जाने का हम लोगों को इतना दुख है जो बोल कर नहीं बता सकते। वो हम लोगों के साथ परिवार की तरह रहता था। सबको उसकी आदत लग चुकी थी। आज वो साथ में नहीं है तो बहुत दुख हो रहा है।
अगस्त 2022 में मंडका गांव के रहने वाले किसान आरिफ (30) अपने खेतों की ओर गए हुए थे। वहां पर उन्होंने एक सारस पक्षी देखा, जिसका पैर टूटा हुआ था। नजदीक जाने पर सारस पक्षी भागा नहीं, बल्कि दया की निगाहों से आरिफ की ओर देखने लगा। जिसके बाद आरिफ उसे उठा कर अपने घर लाएं। आरिफ ने पक्षी की मरहम पट्टी की और उसका इलाज कराया।
आरिफ और उनके परिजनों को उम्मीद थी कि सारस ठीक होने के बाद उड़ जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आरिफ की सेवा ने सारस पक्षी का ऐसा दिल मोहा कि वह उनके घर के पास ही रहने लगा। तब से लेकर अब तक आरिफ का परिवार ही सारस का परिवार बन गया है। जहां जहां आरिफ जाते, सारस उनके साथ साथ जाता था। वह उनके साथ ही भोजन करता, साथ ही रहता। इतना ही नहीं जब वह बाइक से बाजार जाते, तो सारस उड़ते हुए उनके साथ चलता।