बहराइच। सम्भल में नेजा मेला की अनुमति न मिलने की बात अब जिले में पहुँच गई है। यहां के हिन्दू संगठनों ने सम्भल की तर्ज पर ज्येष्ठ माह में आयोजित होने वाले जेठ मेले पर रोक लगाए जाने की मांग की है।
जिला मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाजी की दरगाह के नाम पर सम्भल में नेजा मेले का आयोजन होता है। लेकिन सम्भल के जिला प्रशासन ने नेजा मेला की अनुमति नहीं दी है। इसको देखते हुए विश्व हिंदू परिषद ने जिले में लगने वाले जेठ (जून माह) मेले पर रोक लगाने की मांग करते हुए जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है। सम्भल में लगने वाले नेजा मेले की अनुमति न देने की चर्चा अब जिले में पहुंच गई है।
शहर के दरगाह थाना क्षेत्र में गाजी की दरगाह स्थित है। दरगाह में प्रतिवर्ष जेठ मेले का आयोजन होता है। यह मेला एक माह तक चलता है। खास बात यह है कि इस मेले में लगभग 90 प्रतिशत हिन्दू मन्नत के लिए पहुंचते हैं। इनमें प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों की संख्या अधिक रहती है। इसके अलावा बिहार, मुंबई, नेपाल और अन्य प्रांत के साथ प्रदेश के जिलों के लोग आते हैं। लेकिन अब इस मेले पर रोक लगाने की मांग विश्व हिंदू परिषद की ओर से की गई है।
विश्व हिंदू परिषद विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजीत प्रताप सिंह की अगुवाई में लोगों ने डीएम को ज्ञापन देकर मेले पर रोक लगाने की मांग की है। जिला संयोजक का कहना है कि दरगाह में सूर्य कुंड और सूर्य मंदिर है। आक्रांता फिरोज शाह तुगलक ने 12वीं शताब्दी में सूर्य मंदिर और सूर्य कुंड को तोड़कर गाजी की दरगाह बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि गाजी का स्थान चित्तौरा में है। ऐसे में मेले पर स्थाई रूप से रोक लगाये जाने की आवश्यकता है।
