बहराइच। उत्तर प्रदेश सरकार के सेवा, सुरक्षा व सुशासन की नीति के आठ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘‘यूपी, भारत का ग्रोथ इंजन’’ की थीम पर महाराज सिंह इंटर कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए प्रदेश के कृषि एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जहां विपक्षी दलों पर निशाना साधा वहीं आक्रांताओं के इतिहास पर भी खुल कर बोले। उन्होंने गाजी मियां के मेला लगने पर कहा कि ये देखना तो प्रशासन का काम है लेकिन इतिहास में काफी छेड़खानी हुई है। विदेशी आक्रांताओं का महिमामण्डन किया गया है। आक्रांताओं को हीरो की तरह पेश किया गया है जो गलत है। कहा कि आज जनता जागरूक हो चुकी है और सब जानती है। शाही ने कहा कि जरूरत पड़ी तो इतिहास में हुई गलतियों को सुधारने का भी काम किया जाएगा।
उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में सिर्फ 14 मेडिकल कॉलेज थे लेकिन 8 वर्षों की भाजपा सरकार का ये परिणाम है कि मेडिकल कालेजों की संख्या अब 40 हो गई है। गाजी मियां की दरगाह पर जेठ मेला लगने के सवाल पर उन्होंने साफ साफ कहा कि मेला लगे या नहीं ये देखना प्रशासन का काम है। प्रशासन जो चाहेगा उसी आधार पर काम होगा लेकिन आक्रांताओं का महिमामण्डन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान पूर्व सांसद अक्षयबर लाल गोंड, महसी विधायक सुरेश्वर सिंह,पयागपुर विधायक सुभाष त्रिपाठी, नानपारा विधायक राम निवास वर्मा,बलहा विधायक सरोज सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश पाण्डेय सहित तमाम भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
दर्जनों पत्रकारों के वाहनों का हुआ चालान
सरकार के 8 वर्ष पूर्ण करने पर प्रभारी मंत्री की कवरेज के लिये आमंत्रित किये गये दर्जनों पत्रकारों के वाहनों का पुलिस कर्मियों ने चालान कर दिया। इतना ही नहीं कई पत्रकारों से पुलिस कर्मियों ने अभद्रता भी की। नगर क्षेत्र में तैनात एस आई अजितांश पांडेय, संदीप गोंड ने सरकार की उपलब्धि कवरेज करने वाले पत्रकारों के वाहनों का चालान कर दिया। सवाल यह है कि आखिर क्या कवरेज के लिये आमंत्रण पर आने वाले पत्रकारों के वाहनों का चालान करने के लिये तैनात किये गये थे एस आई अजितांश पांडेय व संदीप गोंड ?
कसा तंज,कहा हम जैसे बुजुर्गों के लिये छपायें बड़े अक्षरों वाली किताब
प्रभारी मंत्री सरकार की उपलब्धियों को लेकर जब जनता से मुखातिब थे तो उनके हाथ में एक पुस्तिका थी जिसमें काफी छोटे अक्षरों में सरकार द्वारा किये गए कार्य अंकित थे जिसे मंत्री सहज नहीं पढ़ पा रहे थे। इस दौरान दो दफा जिलाधिकारी मोनिका रानी की तरफ देखकर बोले हम जैसे बुजुर्गों के लिये थोड़ा बड़े अक्षरों वाली पुस्तिका छपाया करें।