लखनऊ।
एक कैदी को मॉल घुमाने का वीडियो सामने आया है। यह मामला शहीद पथ स्थित एक मॉल में कैदी को घुमाने का यह वीडियो 7 मार्च का है। कैदी का नाम ऋषभ राय है। लखनऊ जिला जेल से पुलिसकर्मी ऋषभ का मेडिकल कराने के लिए बलरामपुर अस्पताल लेकर आए थे। इसी दौरान करीब एक घंटे तक उसको मॉल घुमाने के लिए ले गए। वहां वह CCTV में कैद हो गया। वीडियो में पुलिसकर्मी, कैदी के साथ उनका वकील भी दिख रहा है।लखनऊ पुलिस के जो पुलिसकर्मी कैदी को लेकर गए थे, उनमें दरोगा राम सेवक, सिपाही अनुज धाम, नितिन राणा और ड्राइवर रामचंद्र प्रजापति हैं। जांच के बाद गुरुवार को कमिश्नर एसबी शिरडकर ने चारों को सस्पेंड कर दिया। बताया जा रहा है कि मॉल के ही रेस्टोरेंट में पुलिसकर्मियों और कैदी ने दावत की। इसका पैसा कैदी ने ही दिया था।
महानगर थाना पुलिस ने 8 जून 2022 को मड़ियांव के रहने वाले ऋषभ राय को अवैध पिस्टल और कारतूस के साथ पकड़ा था। गिरफ्तारी के बाद उसे जिला जेल भेजा गया था। ऋषभ ने अपने वकील के जरिए खुद को नाबालिग होने की अर्जी दी थी। जिस पर ऋषभ की उम्र जांचने के लिए बलरामपुर अस्पताल में मेडिकल कराने की संस्तुति हुई थी। इसी के लिए उसे जेल से अस्पताल लाया गया था। इसके बाद अलग-अलग तारीखों पर ऋषभ को 4 बार बलरामपुर अस्पताल लाया गया। उसे जेल से ले जाने और मेडिकल कराकर वापस लाने की जिम्मेदारी रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात चारों पुलिसकर्मियों को दी गई थी। अस्पताल से वापस लौटते वक्त सीधे जेल न जाकर पुलिसकर्मी उसे मॉल ले गए।
सूत्रों के मुताबिक, ऋषभ राय पर अलग-अलग मामलों के 12 मुकदमे दर्ज हैं। साल 2021 में आरोपी ने साथियों की मदद से विवेकानंद अस्पताल के बाहर रंगदारी को लेकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। जिस से पुलिस में हड़कंप मच गया। इसके अलावा, गुंडा टैक्स मांगने, धमकाने, जानलेवा हमला करने से जुड़े मामले उस पर दर्ज है।आनन-फानन में कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए। रिपोर्ट के बाद दरोगा समेत चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।