लखनऊ।
उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज दिनांक 14 मार्च 2023 दिन मंगलवार को प्रेस के सभी साथियों को वार्ता हेतु आमंत्रित किया। जिसमें उन्होंने कृषि को लेकर सरकार की तैयारियों और रणनीति के विषय में चर्चा की। इस वार्ता के दौरान माननीय कृषि मंत्री ने जायद और खरीफ की फसलों को लेकर सरकार द्वारा बनाई गई रणनीति और तैयारियों पर खुलकर बात की। कृषि मंत्री ने बताया कि किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य देने के लिए 1 अप्रैल 2023 से रबी सीजन में एमएसपी पर राई, सरसों ,चना एवं मसूर के क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 1.49 लाख मैट्रिक टन मसूर खरीदने का लक्ष्य तय किया गया है। सरकार द्वारा एमएसपी पर राई/सरसो रुपए 5450 प्रति कुंटल,चना रुपए 5335 एवं मसूर रुपए 6000 प्रति कुंतल की दर से खरीदा जाएगा। कृषि मंत्री ने यह भी बताया की ज्वार,बाजरा एवं मक्का के अच्छादन के लिए संकर बीजों पर कुल ₹15000 प्रति कुंटल का अनुदान एवं अधिकतम 50% की धनराशि दी जाएगी। 1 दिसंबर 2018 से प्रारंभ हुई किसान सम्मान निधि की योजना के तहत 2.6 करोड़ से अधिक किसानों को 52000 करोड़ से अधिक की धनराशि दी जा चुकी है। किसान सम्मान निधि के पात्र कृषकों के संतृप्तिकरण का अभियान 10 मई से 31 मई 2023 तक चालू किया जाएगा। यह अभियान सोमवार से शुक्रवार के बीच सुबह 9:00 से शाम के 6:00 बजे तक चलाया जाएगा, जिसमें लेखपाल द्वारा भूलेख का सत्यापन कर अपलोड किया जाएगा। इस अभियान में कृषि विभाग के श्रेणी 2 वा श्रेणी 1 के अधिकारी भ्रमण करके संतृप्तीकरण की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके यह सुनिश्चित करेंगे। खेत तालाब योजना के तहत अब तक 5104 खेत तालाब का कार्य पूर्ण हो चुका है ।तथा जून 2023 तक 5550 खेत तालाब निर्माण का लक्ष्य रखा गया है ।जिस पर लाभार्थियों के चयन हेतु पोर्टल 20 फरवरी 2023 से ही खोला गया है। पीएम कुसुम सोलर सिंचाई पंप जलवायु परिवर्तन और कृषि लागत कम करने के लिए यह अत्यंत उपयोगी योजना है ।जिससे वर्तमान में कुल 15000 सोलर सिंचाई पंप का लक्ष्य निर्धारित कर 14238 किसानों द्वारा उनका अंश जमा करा दिया गया है तथा 12979 पंपों की आपूर्ति भी हो चुकी है। जिसने 11265 पंपों का सत्यापन कर स्थापित भी किए जा चुके हैं। वर्ष 2023- 24 में 30016 सिंचाई पंप लगेंगे, जिसके सापेक्ष 12250 की बुकिंग कराई जा चुकी है ,तथा 11337 किसानो का अंश भी प्राप्त हो चुका है। कृषि उत्पादकता और उत्पादन बढ़ाकर कृषकों की आय को बढ़ाने के लिए प्रत्येक विकासखंड के चार प्रमुख फसलों का चयन कर, वर्ष 2019- 20 से 3 वर्ष की उत्पादकता का आकलन कर कृषको को चयनित किया जाएगा। चयनित 5 कृषकों को प्रचार प्रसार से जोड़कर किसान गोष्ठियों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित होगी। फार्म स्कूल का उनके फार्म पर आयोजन और भ्रमण होगा, जिससे अन्य किसान उनसे जुड़कर प्रेरणा ले सकें। प्रदेश में 30000 कुंटल ढैंचा बीज 50% अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा। मिलेट्स की खेती एवं उपभोग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम की 186.26करोड़ रुपए की योजना 5 वर्षों तक चलाई जाएगी। जागरूकता के लिए अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 मनाया जाएगा। वर्तमान वर्ष 2022- 23 में जिप्सम की 15858.92मेट्रिक टन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी,तथा 75% अनुदान पर12810 मेट्रिक टन का वितरण किया जाएगा। प्रदेश में जल जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2021- तक 250667 तालाब निर्मित किए जा चुके हैं। कृषि मंत्री ने बताया प्रदेश संकर बीजों के उपयोग से उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि किए जाने के लिए बीजों का वितरण एवं अनुदान की धनराशि सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में दी जाएगी। किसानों को उनकी फसल उत्पाद का लाभकारी मूल्य देने के लिए 1 अप्रैल 2023 से रबी सीजन में एमएसपी पर चना ,मसूर एवं सरसों का क्रय किया जाएगा। वर्तमान समय में सरसों आलू की फसलों से खाली हो रहे खेतों में उड़द ,मूंग की बुवाई हेतु कृषकों को प्रोत्साहन हेतु 2 लाख बीजों के मिनी किट दिए जाएंगे। कृषि मंत्री ने बताया केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की पूरी गहनता से समीक्षा की जा रही है ।जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि केंद्र की योजनाओं का अधिकतम लाभ प्रदेश के किसानों को मिल सके ।इसके लिए लगातार राज्य सरकार प्रयास कर रही है व हर संभव मदद भी कर रही है। केंद्र सरकार की योजनाओं के सापेक्ष करोड़ों की धनराशि अब तक खर्च की जा चुकी है। कृषि मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य पोषित योजनाओं में रुपए 1767.65 करोड़ प्राप्त हो चुके है। कृषि मंत्री ने वार्ता में बोलते हुए कृषि के सापेक्ष खर्च हुए धन का भी ब्योरा दिया ।और उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक प्रयास किया जा रहा है की अनुदान की धनराशि अगले वित्तीय वर्ष तक शेष ना रह जाए। एवं अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। इस प्रकार कृषि वार्ता के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि से जुड़ी रणनीति और सरकार की तैयारियां प्रेस के माध्यम से सबके बीच साझा की जिससे कि सभी कृषकों को सरकार के रणनीतियों का पता चले और अधिक से अधिक किसान इसका लाभ ले सके।
