बाराबंकी।
सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि भाजपा नेता पंकज दीक्षित ने कैंसर पीड़ित स्टेनो को पटक-पटक कर पीट रहे। पहले किसी बात को लेकर दोनों में विवाद होता है। फिर पंकज कुर्सी उठाकर स्टेनो पर फेंक देते हैं। कुछ लोग बीच-बचाव करने की कोशिश करते हैं। स्टोनो भी पलटवार करता है। दोनों में गुथमगुत्था होने लगता है। फिर पंकज स्टोनो को जमीन पर पटक देते हैं। पंकज ने कहा, “अगर यह लोग नहीं सुधरे, तो इनकी टांगें फाड़ के फेंक दूंगा।”
दरअसल, सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ में वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक स्व. सुंदरलाल दीक्षित के बेटे पंकज दीक्षित पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने कर्मचारियों से अभद्रता करनी शुरू कर दी। उन्होंने कहा, ”यहां जो किसान बनकर बैठे हैं, वे भी दलाल हैं। यहां किसानों का नहीं दलालों का हित होता है, किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।”
पास में कृषि विज्ञान केंद्र के स्टेनो आलोक कुमार सिंह भी थे। उन्होंने पंकज दीक्षित को ऐसा कहने से रोका। इस पर दोनों के बीच विवाद होने लगा। देखते ही देखते दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। मेले में मौजूद कई लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें अलग किया। इसके बाद में भाजपा नेता मेले से चले गए। कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी ने मांगी सुरक्षा, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि स्टेनो आलोक सिंह माउथ कैंसर से पीड़ित हैं। ऑपरेशन के बाद उनकी जुबान भी काट दी गई थी। ऐसी स्थित में वह क्या बोल सकते हैं? डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
पीड़ित आलोक सिंह ने कहा, “बीजेपी नेता पंकज दीक्षित केंद्र पर आकर बदतमीजी कर रहे थे। मीडियाकर्मियों से बातचीत कर केंद्र के बारे में गलत बातें बोल रहे थे। कर्मचारियों के विरोध करने पर उन्होंने अभद्रता की। फिर खुद ही धरने पर बैठ गए। किसानों को फायदा नहीं देने का आरोप केंद्र पर लगा रहे थे। कर्मियों के समझाने के बाद नहीं माने तो वहां पर मैनेजर आए।
इतने में कहासुनी ज्यादा बढ़ गई थी। पंकज दीक्षित ने ताव में आकर कुर्सी उठाकर मेरे सिर पर मार दी। इतना ही नहीं, मुझे पटक-पटक कर पीटा। मेरे पेट और पीठ पर गंभीर चोट आई हैं। मुझे जान से मारने की धमकी भी दी है। वहां पर लोग बचाव करने के लिए आए तो उन्हें भी धक्का देकर भगा दिया।”मारपीट मामले में पुलिस ने बोलने से किया इनकार
पीड़ित आलोक कुमार सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के साथ कोतवाली हैदरगढ़ जाकर तहरीर दी। पीड़ित ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में पुलिस ने कुछ भी बोलने से इनकार किया है।
उधर, भाजपा नेता पंकज दीक्षित ने भी कोतवाली पुलिस को कर्मचारी आलोक कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने की तहरीर दी है। उनका कहना है, “कृषि मेले में गया था। वहां पर जो लोग भी आए थे, वह यहां किसान नहीं, बल्कि दलाल लोग थे। यहां के किसानों की बात नहीं सुनी जाती है, किसान बेहद परेशान हैं। मैं जब इस बात का विरोध कर रहा था तो वहां पर स्टेनो आ गए और बदतमीजी करने लगे। इस बात पर मुझे गुस्सा आ गया। मैंने मारा है और फिर मारूंगा। अगर यह लोग नहीं सुधरे, तो इनकी टांगें फाड़ के फेंक दूंगा, ये मेरी जिम्मेदारी है।”
पंकज की पत्नी नगर पंचायत हैदरगढ़ की पूर्व चेयरमैन रही हैं। इससे पहले उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें वह ट्रक ड्राइवर को पीट रहे थे। पंकज लंबे समय से विवादों में रहे हैं।