गोंडा। ।
साधन सहकारी समितियों पर रविवार को हुए चुनावों में प्रशासन और शासन के सभी दावे हवा-हवाई साबित हुए। अधिकतर समितियों पर जिम्मेदार अधिकारी नदारद दिखे तो कुछ समितियों में ताला लटकता रहा। सुबह 10 बजे तक तुलसीपुर माझा साधन सरकारी समिति पर ताला लटक रहा था। यहां सचिव और अन्य अधिकारी नदारद दिखे सिर्फ पुलिस के जवान मुस्तैद नजर आये। यहां के निर्वाचन अधिकारी पवन गुप्ता ने कहा कि वह अभी रास्ते में हैं।
सुबह 10:30 बजे साधन सहकारी समिति कोल्हमपुर विशेन यहां सचिव नीरज मिश्रा और पुलिस के जवान मौजूद दिखे, लेकिन निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार गौतम नदारद रहे। फोन पर उन्होंने बताया कि उनकी गाड़ी खराब हो गई है। सचिव नीरज ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए मात्र एक नामांकन प्रपत्र नरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा लिया गया है। 9 डेलीगेट सदस्य निर्विरोध चुने जा चुके हैं। सुबह 11:15 साधन सहकारी समिति टिकरी यहां पर ताला लटकता मिला। समिति के कार्यालय में ही सरसों की फसल रखी हुई थी। सचिव कमलेश मौर्य और निर्वाचन अधिकारी मौके से गायब दिखे। निर्वाचन अधिकारी शुभम सिंह ने फोन पर 2 बजे तक पहुंचने की बात कही।
दोपहर 12 बजे साधन सहकारी समिति पहली। यहां पर भवन जर्जर हो चुका है, इसलिए चुनाव सामने सड़क के उस पार स्थित प्राथमिक विद्यालय में कराया जा रहा था। मौके पर सिर्फ चौकी प्रभारी रविन्द्र कुमार रमन और दो अन्य आरक्षी, सचिव भीम सिंह और निर्वाचन अधिकारी शिवम कुमार मौजूद मिले। समिति के जर्जर भवन को जाने वाले रास्ते और सामने की भूमि पर दबंगों ने अवैध कब्जा कर रखा है।
दोपहर 12:45 बजे साधन सहकारी समिति काजीपुर यहां पर समिति के सचिव सुजीत प्रताप सिंह चुनाव की प्रक्रिया में व्यस्त दिखे। पुलिस बल मौजूद मिला, लेकिन निर्वाचन अधिकारी अमित पटेल नदारद नजर आये। फोन पर उन्होंने थोड़ी देर में पहुंचने की बात कही। समिति के सचिव ने बताया कि एक नामांकन सभापति और एक ही नामांकन सदस्य पद के लिए हुआ है। वहीं लिदेहना गाँव की साधन सहकारी समिति पर चुनाव पुलिस की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ। यहां के सचिव भीम सिंह ने बताया कि 9 नामांकन प्रपत्र बिके थे। यहां अध्यक्ष के रुप में दुर्गेश गुप्ता चुने गए हैं।जिलाधिकारी गोंडा उज्जवल कुमार ने कहा कि मामले की जांच कराई जायेगी। यहां अध्यक्ष के रूप में देवी प्रसाद दूबे निर्वाचित हुए हैं।