सद्भावना आवाज़
बलरामपुर
जिलाधिकारी डा महेन्द्र कुमार द्वारा 50 लाख से अधिक लागत की (सड़क को छोड़कर) अन्य निर्माण परियोजनाओं के निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यदायी संस्थाओं, विभागीय अधिकारियों के साथ की गयी। बैठक में जिला संयुक्त अस्पताल में विद्युत कार्य पूर्ण न होने पर जेई और कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए।जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त कार्यदायी संस्थाएं निर्माण परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, पारदर्शिता व समय का ध्यान रखें। शतप्रतिशत कार्यों को अतिशीघ्र पूर्ण कराएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। वरना सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं के विरुद्ध कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा। साथ ही कहा कि जो भी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हों, उसको सम्बन्धित विभाग को हैण्डओवर कर दिया जाए।
397.53 करोड़ रुपये कुल 66 परियोजना
जिलाधिकारी ने उप्र राजकीय निर्माण निगम, बहराइच, जल निगम ग्रामीण/नगरीय, बलरामपुर, यूपी सिडको, बलरामपुर, उप्र निर्माण सहकारी संघ लि गोण्डा, उप्र प्रोजेक्ट्स कार्पोरेशन लि निर्माण ईकाई-22 बहराईच, यूपीसीएलडीएफ, बलरामपुर, पुलिस आवास निगम लि, गोरखपुर, नगर पंचायत पचपेड़वा, उप्र आवास एवं विकास परिषद, गोण्डा, सीएण्ड डीएस, बस्ती, उप्र राज्य सेतु निगम लि निर्माण ईकाई गोण्डा, अध्योध्या आदि 555.59 करोड़ स्वीकृत लागत के सापेक्ष 397.53 करोड़ रुपये कुल 66 परियोजनाओं, बालिका छात्रावास, राजकीय महाविद्यालय गैंसड़ी, जिलाधिकारी द्वारा राजकीय पालीटेक्निक घूघुलपुर में निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
जेई एवं कार्यदायी संस्था की लापरवाही
संयुक्त चिकित्सालय बलरामपुर में 8.00 करोड़ की धनराशि से विद्युत लाइन कार्य पूर्ण न कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जेई एवं कार्यदायी संस्था की लापरवाही तय करते हुए सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। अतिशीघ्र कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा सुशील कुमार, जिला विकास अधिकारी गिरीश चन्द्र पाठक, जिला विद्यालय निरीक्षक गोविन्दराम, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, डीएसटीओ मोहम्मद नासेह, एडीएसटीओ, अधिशासी अभियन्ता विद्युत अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।