बाराबंकी।
घटना बाराबंकी की है जहां कुछ लोग एक 27 साल की नव विवाहित लड़की का शव लेकर बाराबंकी जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंच गए, लोगों का आरोप है की उनकी पुत्री की हत्या ससुराल पक्ष ने दहेज लोभ के कारण कर दी है और शव को फांसी के फंदे से लटका कर उसको आत्महत्या में परिवर्तित करने का कुत्सित प्रयास किया है।
लड़की के घर वालों ने जानकारी दी कि 3 माह पहले उनकी बेटी का विवाह 2 दिसंबर को लखनऊ अलीगंज के अभिनव नाम के युवक से हुआ था। युवती शिक्षिका थी और लखनऊ अलीगंज मोहल्ले के रहने वाले अभिनव सिंह केनरा बैंक में मैनेजर के पद पर तैनात हैं। प्रीति की बहन कृति और भाई जितेंद्र का ससुराल पक्ष पर आरोप है कि सोमवार को ससुराल वालों ने सूचना दी कि रविवार रात को प्रीति ने फांसी लगाकर जान दे दी जब हम लोग आनन-फानन में वहां पहुंचे तब तक शव को फंदे से उतारा जा चुका था, प्रीति के परिजनों को पूरा यकीन है उसके ससुराल वालों ने दहेज की लालच में उनकी बेटी की जान ले ली है उनका यह भी आरोप है की लखनऊ पुलिस में बार-बार जाने के बाद भी उनकी शिकायत को दर्ज नहीं किया जा रहा है और लगातार पुलिस द्वारा ससुराल पक्ष के बचाव की कोशिश की जा रही है, इसीलिए लड़की के परिजन लड़की के शव के साथ ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर भारी संख्या में बाराबंकी जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन के लिए पहुंचे। कुछ ही देर में एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी व सीओ सिटी डॉक्टर बीनू सिंह भी कार्यालय पहुंच गए शव के साथ आए तकरीबन आधी संख्या में महिलाएं थी।
लड़की के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी के पोस्टमार्टम में भी कोताही बरती गई है और एक पक्ष को बचाने के लिए सब षड्यंत्र रचा जा रहा है। शिव सिटी द्वारा बताया गया किकेस लखनऊ में दर्ज है जिस पर लड़की के परिजनों ने उनसे आग्रह किया कि को लखनऊ से बाराबंकी ट्रांसफर करवा दिया जाए जिससे कि वह केस की पैरवी सही और निष्पक्ष तरीके से कर पाए क्योंकि लखनऊ में उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। प्रीति के परिजनों की तहरीर पर प्रीति के पति अभिनव उसके भाई देवेंद्र और सास गीता के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है । ससुराल पक्ष का कहना है की प्रीति का विवाह बड़े ही धूमधाम से हुआ था और दहेज के रूप में 15 लाख रुपए भी उनको प्राप्त हुए थे। ससुराल पक्ष ने अपनी सफाई में यह भी बताया की प्रीति के शव को फंदे से उतारते वक्त अभिनव ने वीडियो भी बनाया था।