गोंडा।
सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर ना होने की वजह से हर दिन सैकड़ों मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 4:00 बजे के बाद महिला अस्पताल के ओटी से लेकर जिला अस्पताल के ओटी में ताले लटक जाते हैं। 4:00 बजे के बाद अगर कोई इमरजेंसी केस आ जाए तो उसे इलाज नहीं मिल सकता। जिले मे एक भी फिजीशियन, हृदय रोग विशेषज्ञ ,आंख के डॉक्टर और रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती पिछले कई महीनों से नहीं हो पाई है।
मामला ये है कि 4 बजे के बाद महिला अस्पताल के ओटी मे ताले लग जाते हैं और दोपहर एक बजे के बाद अल्ट्रासाउंड कक्ष भी बंद हो जाते हैं।निराशा के साथ उन्हें वापस जाना होता है। ऐसे में मरीज या तो निजी अस्पताल का सहारा लेता है या तो पड़ोसी जिला बहराइच, बलरामपुर या अयोध्या जाने को मजबूर होता है। इसका जवाब देने वाला कोई नहीं ,स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार आला अधिकारियों से सवाल पूछे गए तो उनका साफ तौर पर कहना है कि पिछले कई महीनों से जिला अधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र भेजा जा रहा है। जल्द ही डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी।