बलरामपुर।
उत्तर प्रदेश सरकार के मौसम विभाग के अनुसार आने वाले समय में पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक गर्मी पड़ने के आसार हैं ,इस वजह से उन्होंने लू और गर्म हवा से बचाव के लिए जनता को जागरूक करना और सावधानी बरतने पर सलाह देना प्रारंभ कर दिया है। सरकार के अनुसार अभी से ही मौसम में गर्मी का अनुभव किया जा रहा है, पिछले वर्ष की अपेक्षा तापमान 3- 4 डिग्री अधिक है। इसलिए लू व गर्म हवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट, उनके लक्षण, और उनसे बचाव के तरीके बताने के जरिए सरकार ने उत्तर प्रदेश के निवासियों को सजग करना प्रारंभ कर दिया है। सरकार ने बताया है कि, पसीना ना होना, त्वचा का सूख जाना एवं लाल हो जाना, बेहोश हो जाना, शरीर का तापमान बढ़ना, उल्टी होना, सिर दर्द होना, सिर का भारी होना यह सब लू या तापघात के लक्षण हैं।
इनसे बचाव के लिए दोपहर के समय में हो सके तो कम ही बाहर निकले 12:00 से 3:00 बजे दोपहर के समय बाहर ना निकले ऐसा ही प्रयास करना चाहिए। अगर किसी कारणवश बाहर निकलना भी पड़े तो सर के ऊपर कपड़ा या टोपी पहनकर ही निकले जिससे कि तापघात का प्रभाव कम किया जा सके। यदि किसी व्यक्ति में लू या तापघाट के लक्षण दिखे तो सर्वप्रथम उसे प्राथमिक उपचार के क्रम में किसी छायादार या ठंडी जगह पर ले जाएं, उसके मुंह पर पानी की छींटे मारे, व्यक्ति अगर होश में तो हो तो उसे ठंडा जल पिलाएं, पंखे से शरीर पर हवा करें, और हो सके तो कपड़े निकाल दे, पूरे शरीर पर पानी का स्प्रे करें, पैर को ऊपर रखकर आराम से सुला दे, और यदि जरूरत पड़े तो एंबुलेंस से भी संपर्क करें। बचने के लिए हल्के व सफेद रंग के कपड़े पहने, तापमान अधिक होने पर व्यायाम न करें, प्यास ना लगने पर भी बार-बार पानी पिए, मादक पेय पदार्थों का इस्तेमाल ना करें, ठंडी एवं खुली जगह पर रहे, पंखे की हवा में रहे, दोपहर के समय अधिक से अधिक घर के भीतर ही विश्राम करें, एवं बुजुर्गों और बच्चों का अधिक ध्यान रखें। लू या तापघात से बचाव के लिए ठंडे पेय पदार्थों जैसे नींबू पानी, चीनी पानी का घोल, बेल का शरबत, आम पना आदि का भी अधिक से अधिक सेवन करें, और इस समय में संतुलित और प्रोटीन युक्त आहार ले।