लखनऊ।
लोहिया संस्थान में बांझपन का इलाज होना आसान हो जाएगा। इसके लिए रिप्रोडेक्टिव मेडिसिन विभाग का प्रारम्भ किया गया हैं। अभी यह यूनिट संचालित हो रही है, जिसे विस्तार देकर अलग से विभाग बनाया जाएगा। इसके लिए अलग से भवन बनेगा, जिसकी मंजूरी भी मिल गई है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हुई लोहिया की बोर्ड ऑफ गवनर्स ने रिप्रोडेक्टिव मेडिसिन विभाग के उच्चीकरण को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। इसके लिए शहीद पथ स्थिति अस्पताल के परिसर में नया भवन बनेगा। इसमें भर्ती से जांच की सुविधा होगी। निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि नए भवन का डीपीआर जल्द ही तैयार किया जाएगा। इसमें ऑपरेशन थिएटर से प्रयोगशाला जुड़ी होंगी। ताकि जांच और इलाज में मरीजों को आसानी हो सके।
डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि मैरिड कपल की सूनी गोद भरने में इस फैसले से बड़ी मदद होगी। मरीजों को किफायती दर पर इलाज मिलेगा। इस समस्या से पीड़ित बीमारियों का भी इलाज होगा। अभी तक इन रोगियों के लिए यूनिट में इलाज की सुविधा उपलब्ध हैं। इसके लिए जरूरी फैकल्टी का रिक्रूटमेंट भी किया जाएगा।
इसके अलावा संस्थान में अध्ययनरत एमबीबीएस, बीएससी नर्सिंग छात्रों के लिए राजकीय अनुदान से हॉस्टल सुविधा का विस्तार दिया जाएगा। संस्थान में अध्ययनरत सीनियर जूनियर रेजीडेंट के लिए हॉस्टल सुविधा पीपीपी मॉडल पर बनाने का निर्णय लिया गया। एमबीबीएस, नर्सिंग और इन्टर्न के लिए ट्रान्सपोर्ट की सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए चार नई बसें खरीदी जाएंगी। इलेक्ट्रिक-बसों को खरीद में प्राथमिकता दी जाएगी।