लखनऊ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र समापन के अवसर पर सरकार पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने एक साथ फोटो सेशन में हिस्सा लिया। उस फोटो सेशन में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य उपस्थित नहीं रहे। अब इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करके लिखा की दोनों मुख्यमंत्रियों के बिना खींची गई सदन विधायकों की यह तस्वीर अधूरी है। अखिलेश ने एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें पुलिसकर्मी डमरू बजाने वाले पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाते दिख रहे हैं। अखिलेश यादव ने लिखा हमारी मांग है कि सरकार की तरफ से दोनों मुख्यमंत्रियों की अनुपस्थिति का कारण साफ-साफ बताया जाए। क्या वह लोग आए नहीं या बुलाया नहीं गया? क्या उप मुख्यमंत्रियों के पद का कोई महत्व होता है या नहीं? जो वीडियो अखिलेश यादव ने शेयर किया वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि काशी में गंगा घाट पर मसान की होली के दौरान कुछ लोग डमरु बजा रहे थे जिन्हें पुलिस कर्मियों द्वारा लाठियों से पीटा जा रहा है। अखिलेश यादव ने यह भी लिखा कि भाजपा काल में काशी के घाट पर लाठी से पुलिसिया होली खेलने का नया दौर आ गया है ।शुक्र तो यह मनाइए कि होली खेलने वाले पर भाजपाइयों ने बुलडोजर नहीं चलवा दिया। शायद एक रंग वाली होली इनको पसंद है बहुरंगी होली इनको रास नहीं आती। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र का समापन 3 मार्च की शाम को हुआ विधानसभा सत्र 20 फरवरी से प्रारंभ हुआ था ,और कुल 11 दिन तक चला, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि, सत्र में 11 उपवेशन हुए, सदन की कार्यवाही 83 घंटे 38 मिनट चली ,36 मिनट स्थगन ,और 1 घंटे 51 मिनट भोजन अवकाश के साथ ही 83 घंटे 2 मिनट कुल सदन चला ।21मार्च को विधानसभा के वर्तमान और पूर्व सदस्यों के निधन के उपरांत उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई और सर्वदलीय नेताओं द्वारा शोक भी व्यक्त किया गया। सदन के 11 दिवस के उपवेशन अल्पसूचित प्रश्न 2,तारांकित प्रश्न 362, अतारांकित प्रश्न 2519 उठाए गए। इसमें कुल 1259 प्रश्न का उत्तर दिया गया ।सरकार का ध्यान आकर्षित करने वाले नियम 301 की तमाम सूचनाओं पर शासन का ध्यान आकर्षित किया गया ।इसी सत्र में कुल 3866 याचिकाएं सदन के समक्ष लाई गई, सदन में सरकार के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने 2 घंटे 48 मिनट सदन में रहकर बजट पर लंबी चर्चा की और अपने सरकार द्वारा किए गए अब तक के विकास कार्यों को गिनाते हुए कई बार विपक्ष को भी घेरा।