बलरामपुर। तुलसीपुर में जन समस्याओं के प्रभावी और समयबद्ध निस्तारण को लेकर जिलाधिकारी पवन अग्रवाल सख्त दिखे। शनिवार को तहसील तुलसीपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान डीएम ने अधिकारियों को दो टूक कहा कि शिकायतों को हल्के में लेने की आदत अब नहीं चलेगी। गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही उनकी प्राथमिकता है। समाधान दिवस के दौरान डीएम ने फरियादियों की समस्याएं ध्यान से सुनीं और मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर शिकायत पर गंभीरता से काम करें। उन्होंने कहा कि जमीन विवाद व कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों में राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम मौके पर जाकर जांच कर कार्यवाही सुनिश्चित करे।समाधान दिवस में कुल 41 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 7 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। डीएम ने साफ कहा कि शिकायतों के गलत या औपचारिक निस्तारण की स्थिति में संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन जनता के प्रति जवाबदेह : एसपी
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि जनता को उनकी समस्याओं का समाधान त्वरित और पारदर्शी तरीके से मिले। सभी अधिकारी इसमें लापरवाही से बचें।
समाधान दिवस में जुटे अधिकारी
कार्यक्रम के दौरान एसडीएम तुलसीपुर अभय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास विभाग, तहसीलदार समेत अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।तहसील उतरौला में एसडीएम राजेन्द्र बहादुर की अध्यक्षता में 52 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 4 का मौके पर निस्तारण किया गया।बलरामपुर तहसील में एसडीएम हेमन्त कुमार गुप्ता ने 47 शिकायतों को सुना और 2 शिकायतों का निस्तारण मौके पर कराया। दोनों तहसीलों में तहसीलदार व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
डीएम बोले – जनता की संतुष्टि ही हमारी सफलता है
डीएम पवन अग्रवाल ने कहा कि समाधान दिवस सिर्फ औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह जनता से सीधा संवाद और भरोसे का माध्यम है। अधिकारी संवेदनशीलता के साथ काम करें और शिकायतों का संतोषजनक समाधान सुनिश्चित करें।