बलरामपुर। जिले में गरीब परिवारों को मिलने वाले राशन में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान 7870 ऐसे कार्डधारकों की पहचान हुई है, जो मृतक और शादीशुदा बेटियों के नाम पर अनधिकृत रूप से राशन ले रहे थे। इस खुलासे के बाद पूर्ति विभाग ने इन यूनिटों को तुरंत निरस्त कर दिया है।
ई-केवाईसी में हुआ खुलासा
- जिले में कुल 3,16,742 पात्र गृहस्थी और 36,671 अंत्योदय कार्डधारक हैं।
- कुल 16,19,061 सदस्यों की ई-केवाईसी होनी थी, जिसमें से 18 मार्च तक 12,20,550 सदस्यों की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है।
- सत्यापन के दौरान 7870 ऐसे सदस्य मिले जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी थी या फिर वे शादीशुदा बेटियां थीं, फिर भी उनके नाम पर राशन लिया जा रहा था।
आधार कार्ड से हो रही पहचान
जब आधार कार्ड के जरिए ई-केवाईसी के लिए संबंधित व्यक्तियों को बुलाया गया, तब इस अनियमितता का खुलासा हुआ। इसके बाद पूर्ति विभाग ने इन सभी 7870 यूनिटों को रद्द कर दिया।
31 मार्च तक ई-केवाईसी अनिवार्य
जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेंदु ने बताया कि 31 मार्च तक सभी कार्डधारकों की ई-केवाईसी अनिवार्य है। अंतिम तिथि तक जिनका सत्यापन नहीं होगा, उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे।