बलरामपुर। जिला मजिस्ट्रेट पवन अग्रवाल ने मंगलवार को खंड विकास कार्यालय हरैया सतघरवा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय परिसर, विभिन्न पटलों, और कामकाजी प्रक्रियाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उनका मुख्य उद्देश्य कार्यालय में बेहतर कार्यप्रणाली सुनिश्चित करना और जनहित से जुड़े कार्यों में सुधार लाना था। डीएम ने सबसे पहले उपस्थिति पंजिका की समीक्षा की और कर्मचारियों की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दिया। इसके बाद, उन्होंने कार्यालय में रखी गई पत्रावलियों के बेहतर रखरखाव का निर्देश दिया, ताकि सभी दस्तावेज़ सुव्यवस्थित और आसानी से उपलब्ध हो सकें। डीएम ने कहा कि सरकारी कार्यों की पारदर्शिता और गति को सुनिश्चित करने के लिए पत्रावलियों का सही तरीके से प्रबंधन बेहद जरूरी है। डीएम ने कार्यालय परिसर के मीटिंग हॉल की स्थिति का भी जायजा लिया और वहां सुधार करने के निर्देश दिए।
आरआरसी सेंटर का किया निरीक्षण
उन्होंने निष्क्रिय पड़े भवनों की मरम्मत कर उन्हें फिर से प्रयोग में लाने का आदेश दिया, ताकि उनका सदुपयोग किया जा सके। इसके बाद, डीएम पवन अग्रवाल ने विकासखंड हरैया सतघरवा के ग्राम पंचायत सिंहपुर में स्थित अमृत सरोवर और आरआरसी सेंटर का निरीक्षण किया। अमृत सरोवर पर योजना से संबंधित कोई बोर्ड न लगे होने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और सभी व्यवस्थाओं में सुधार करने का निर्देश दिया। आरआरसी सेंटर को बंद पाया गया, जिसे लेकर डीएम ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि इसे तुरंत चालू किया जाए ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे और डीएम द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन का आश्वासन दिया।
सामुदायिक शौचालय की बंदी पर नाराजगी
जब डीएम ने कार्यालय परिसर का निरीक्षण किया, तो उन्होंने पाया कि परिसर में बना सार्वजनिक शौचालय बंद पड़ा था। इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई और एडीओ पंचायत से कहा कि शौचालय को शीघ्र खोलने की व्यवस्था करें। साथ ही, एडीओ पंचायत के खिलाफ कार्यवाही का भी निर्देश दिया।