अयोध्या।
ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौतों को लागू कराने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों का धरना जारी है। बिजली कर्मियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष तीन दिवसीय हड़ताल पर बैठ गए हैं। बिजली सप्लाई बाधित होने के चलते जिले के कई ग्रामीण इलाके रात में अंधेरे में रहे। तो वहीं आंदोलन के चलते पावर कॉर्पोरेशन को वित्तीय नुकसान सहना पड़ा।विद्युत कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार कार्य बहिष्कार के जिले में 40 स्थानों पर फॉल्ट हुए, जिनमें से महज तीन फॉल्ट को ही ठीक किया जा सका। इससे इन इलाकों के हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।हड़ताल की वजह से लाखों का हुआ नुकसान विद्युत निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार होने की वजह से दूसरे दिन गुरुवार को भी कार्यालय बंद रहा। जिले के विद्युत कार्यालयों में काम काज बंद होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। कई कार्यालयों में ताला लगा होने की वजह से बिल जमा नहीं हुआ।
अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड रुदौली आरएस मौर्य ने बताया कि प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार के चलते सुबह से शाम तक कार्य बहिष्कार रहा। उपखंड कार्यालय रुदौली, उपखंड कार्यालय पटरंगा, विद्युत उपकेंद्र रुदौली शहर, देहात, विद्युत उपकेंद्र सुजागंज, विद्युत उप केंद्र सैदपुर, विद्युत उपकेंद्र बाबा बाजार, विद्युत उपकेंद्र रायगंज, विद्युत उपकेंद्र पटरंगा में पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार रहा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते जिले में निगम को 25 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने गुरुवार को भी कार्य बहिष्कार किया। फॉल्ट होने पर कई कॉलोनियों और गांवों की बिजली आपूर्ति ठप रही।ग्रामीणों ने बताया कि सुबह से देर शाम तक बिजली गायब रहने के कारण उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ी, पशुओं का चारा काटने तथा आटा पीसने आदि की परेशानी तो रही ही, पेयजल की भी भारी किल्लत रही। मोबाइल भी चार्ज नहीं हो सके और लोगों के इनवर्टर भी ठप हो गए।