गोरखपुरा
में कंप्यूटर इंजीनियर फर्जी दरोगा बनकर वसूली कर रहा था। वह आईटीएम गीडा में बीसीए का स्टूडेंट है। लेकिन, पुलिस की वर्दी पहने उसने डबल स्टार लगा रखा था। पुलिस का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था और यहां रामगढ़ताल के नौकायान पर दुकानदारों से वसूली कर रहा था। रामगढ़ताल पुलिस को जब इसकी भनक लगी तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया।जांच- पड़ताल के दौरान उसका आईकार्ड भी फर्जी निकला। फर्जी दरोगा अपूर्व राय कुशीनगर जिले के तरयासुजान का रहने वाला है। उसके पिता अजय शंकर राय पेशे से किसान हैं। अपूर्व राय यहां रामगढ़ताल इलाके के बगहा बाबा स्थान के पास किराए का कमरा लेकर रहता था।
वह आईटीएम गीडा में बीसीए का स्टूडेंट है। लेकिन, उसने अपने घर वालों और रिश्तेदारों को भी यह बता रखा था कि वह मुरादाबाद में पुलिस विभाग की ट्रेनिंग ले रहा है। फिलहाल पुलिस उसके खिलाफ केस दर्ज का कार्रवाई में जुट गई है।पुलिस के मुताबिक, कुशीनगर जिले के तरयासुजान का रहने वाला अपूर्व राय यहां 3 साल से किराए का कमरा लेकर रहता है। बीसीए की पढ़ाई के लिए उसने आईटीएम गीडा में एडमिशन करा रखा था। लेकिन, खुद पुलिस की वदी पहनकर वह फोटो खिंचवाता था और अपने फेसबुक और व्हाट्सएप पर पुलिस की वदी में प्रोफाइल फोटो भी लगाता था। इस जालसाजी के लिए उसने बकायादा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था।
वह अक्सर नौकायान पर पहुंच जाता था और यहां दुकान लगाने वाले व्यापारियों पर पुलिस का रौब झाड़कर उनसे वसूली करता था। दुकानदार जब उसकी हरकतों से परेशान हो गए और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान उसके पास से फर्जी आईकार्ड भी मिला। जिसे दिखाकर वह दरोगा बना घूम रहा था।पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह पहले पुलिस विभाग में भर्ती की तैयारी कर रहा था। लेकिन, जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने फर्जी पुलिसवाला बनने की ठान ली। 3 हजार रुपए में उसने पुलिस की वर्दी, स्टार और पूरा यूनिफार्म खरीद डाला। इसके बाद वह बीते 3 साल से फर्जी दरोगा बनकर लोगों से वसूली कर रहा था। इंस्पेक्टर रामगढ़ताल शशिभूषण राय ने बताया, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज का कार्रवाई की जा रही है।