सद्भावना आवाज़
बलरामपुर।
तुलसीपुर विकास खंड के ग्राम ननुहापुर की निवासी सकीना ने आवास योजना के तहत आवेदन किया था, लेकिन स्थानीय प्रधान और सचिव ने घूस के रूप में ₹50,000 की मांग की। मांग पूरी न होने पर सचिव ने सकीना के आवेदन को निरस्त कर दिया। इसमें सचिव ने जानबूझकर उसके भाई के घर की फोटो लगाई और पड़ोस के टीन-छाए घर का फोटो जोड़कर फर्जी आधार पर आवेदन रद्द करवा दिया।
बिना जांच के आवेदन कर दिए निरस्त
भाजपा नेता डीपी सिंह बैस ने इस मामले पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा कि इस तरह की मनमानी पूरे जनपद में चल रही है। अधिकारियों और कर्मचारियों में किसी प्रकार का नियम का डर नहीं है, और बिना किसी जांच के आवेदन निरस्त कर दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पैसा नहीं मिलने पर अधिकारी और कर्मचारी गलत तथ्य भरकर आवेदन खारिज कर रहे हैं।बैस ने उच्चाधिकारियों और शासन से इस संदर्भ में विधिवत जांच की मांग की है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके।
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