कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने नहरों की सिल्ट सफाई के मामले में सिंचाई और सरयू विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई।बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान बार-बार बता रहे हैं कि नहरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। पहले से ही कई नहरें कटी हुई हैं, जिन्हें तुरंत ठीक करने की जरूरत है।जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नहरों की स्थिति की नियमित निगरानी करें, ताकि किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सिल्ट सफाई में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगली बार नहर कटने की वजह से किसानों की फसल बर्बाद हुई, तो जिम्मेदारी तय करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी।
गौआश्रय स्थलों के चारों ओर बाउंड्री वॉल बनाने का निर्देश
बैठक में डीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों को सीएमआईएस पोर्टल पर डेटा फीडिंग करने का निर्देश दिया और धीमी प्रगति वाली योजनाओं में सुधार की बात कही। उन्होंने कार्यों में लापरवाही बरतने वाली कार्यदायी संस्था यूपीसीएलडीएफ को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के भी निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जो परियोजनाएं एक वर्ष से अधिक समय से लम्बित हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाना चाहिए। नैमिषारण्य में चल रहे कार्यों को समय पर पूरा करने और वृहद गौआश्रय स्थलों के चारों ओर बाउंड्री वॉल बनाने का भी निर्देश दिया गया।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरपाल सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह और जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र सिंह समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।