झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में शुक्रवार रात शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने से एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 10 नवजात बच्चों की जान चली गई। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के आदेश पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की निगरानी की। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 54 नवजात बच्चों को सकुशल सुरक्षित निकाला गया, और सभी को पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए, जबकि घायल बच्चों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है, और शासन स्तर से स्वास्थ्य विभाग, जिला पुलिस और फायर विभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, मजिस्ट्रियल जांच भी कराई जाएगी ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति का पता चल सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
बच्चों के परिजनों को दी सरकार की सहायता का भरोसा
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मौके पर पहुंचकर बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सरकार की पूरी सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मेडिकल कॉलेज में सभी फायर फाइटिंग उपकरण पूरी तरह से काम कर रहे थे, और यहां फरवरी में फायर सेफ्टी ऑडिट और जून में मॉक ड्रिल भी किया गया था। झांसी के डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि दमकल और बचाव टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और तेजी से बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। सभी बच्चों को मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और निजी नर्सिंग होम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत सामान्य है।