जिले के थाना रेहरा बाजार क्षेत्र में एक ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगे हैं। जाबिर अली नामक ग्राम प्रधान पर आरोप है कि उसने 17 जून 2024 को एक दैवीय आपदा के शिकार हुए परिवार को मिली आर्थिक सहायता में से 6 लाख रुपये हड़प लिए। इस मामले में पुलिस ने प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह घटना 17 जून 2024 को हुई थी, जब ग्राम कालू बनकट की निवासी जन्नतुननिशा की चार बेटियों की डूबने से मौत हो गई थी। परिवार को सरकार की ओर से दी गई दैवीय आपदा निधि के तहत 16 लाख रुपये की सहायता राशि जारी की गई थी, जो 16 जुलाई 2024 को जिला कोषागार से पीड़ित परिवार के खाते में ट्रांसफर की गई थी लेकिन इस दौरान प्रधान जाबिर अली ने 18 जुलाई 2024 को 6 लाख रुपये की राशि अपनी शह पर विनय मेडिकल स्टोर के नाम से एक अलग खाते में ट्रांसफर कर दी। जब पीड़ित परिवार को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने ग्राम प्रधान से अपनी राशि वापस मांगी। इसके बाद प्रधान ने न केवल उनसे पैसे लौटाने से इंकार किया, बल्कि सुलह समझौते का दबाव डालते हुए धमकी भी दी। पीड़ित परिवार ने जब देखा कि प्रधान पर कोई असर नहीं हो रहा है, तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की।
सुसंगत धाराओं में मुकदमा किया दर्ज
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और प्रधान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर, विकास कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपित प्रधान जाबिर अली के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था और जांच में प्रधान की गबन की कार्रवाई की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले में सभी साक्ष्य जुटा लिए गए हैं और आगे की कार्रवाई जारी है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए पुलिस पूरी तत्परता से काम कर रही है, और प्रधान द्वारा की गई इस गबन की सख्त सजा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।