जिले के उद्यान परिसर में कृषि विभाग और जिला प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत दो दिवसीय गोष्ठी और मेले का शुभारंभ किया गया। तरबगंज ब्लॉक प्रमुख, डीएम नेहा शर्मा और सीडीओ अंकिता जैन ने संयुक्त रूप से फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।कार्यक्रम के दौरान कृषि और उद्यान विभाग द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया गया। डीएम नेहा शर्मा ने उद्यान परिसर की साफ-सफाई की स्थिति का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़ी हिदायत दी कि परिसर में स्वच्छता सुनिश्चित की जाए।किसानों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा, “पराली जलाने से पर्यावरण को गंभीर नुकसान होता है। इसे खेत में जलाने के बजाय खाद के रूप में उपयोग करें। यदि सेटेलाइट के जरिए पराली जलाने की जानकारी मिली, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा।उन्होंने किसानों से फसल उत्पादन में कीटनाशक दवाओं के उपयोग को कम करने की अपील की। डीएम ने कहा कि स्वस्थ फसल और सब्जियां न केवल स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं बल्कि इससे बाजार में भी मांग बढ़ेगी। किसानों ने भरोसा दिलाया कि वे खेती में कीटनाशकों का उपयोग कम से कम करेंगे।

किसानों की समस्याओं का होगा समाधान: सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अंकिता जैन ने किसानों को भरोसा दिलाया कि जिले में खाद और बीज की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, “सरकार किसानों को हरसंभव सुविधा दे रही है। अफवाहों पर ध्यान न दें और पराली को जलाने के बजाय खाद के रूप में अपनाएं।” सीडीओ ने नहरों की साफ-सफाई और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता को लेकर भी किसानों को आश्वस्त किया।तरबगंज ब्लॉक प्रमुख मनोज कुमार पांडेय ने किसानों से अधिक फसल और सब्जियों की पैदावार पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि नहरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, जिससे सिंचाई में कोई बाधा न आए। कार्यक्रम में किसानों ने मेले में लगाई गई स्टालों से नई तकनीक और जानकारी का लाभ उठाया। अधिकारियों की जागरूकता पहल से किसान प्रेरित नजर आए।