वीर बाल दिवस के अवसर पर रविवार को अटल भवन कार्यालय, तुलसी पार्क में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। भाजपा नेताओं ने सिख धर्म के चार साहिबजादों, विशेष रूप से बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को याद किया।संगोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि रायबरेली जिला प्रभारी पीयूष मिश्रा थे। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस, खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को सम्मानित करने का एक विशेष अवसर है।मुख्य अतिथि पीयूष मिश्रा ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के छोटे पुत्र बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए आक्रांताओं के सामने झुकने की बजाय अपने प्राण त्याग दिए। उन्होंने कहा कि यह दिवस उन साहसी कहानियों को याद करने का दिन है, जिन्होंने आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा दी।सदर विधायक पलटू राम और तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीर बाल दिवस की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह दिन भारतीय संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए साहिबजादों की शहादत को सम्मानित करने का प्रतीक है।
धर्म और संस्कृति की रक्षा का संदेश
जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि सिख धर्म के अंतिम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों ने न केवल अपने धर्म का पालन किया, बल्कि आक्रांताओं के सामने झुकने से इनकार कर अपने प्राणों की आहुति दी। यह बलिदान धर्म और संस्कृति की रक्षा के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है।
भाजपा नेताओं की भागीदारी
कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष परमजीत सिंह, जिला महामंत्री वरुण सिंह मोनू, अवधेश तिवारी, सुनीता मिश्रा, सरदार अनिल सिंह, रवि मिश्रा, बिंदु विश्वकर्मा, और अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संगोष्ठी ने सिख इतिहास और उनके बलिदानों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।