जिले के निजी स्कूल ने एक बार फिर सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई हैं। वही 31 दिसंबर 2024 से लेकर 14 जनवरी 2025 तक के लिए घोषित शीतकालीन अवकाश के दौरान नामचीन जीसस एंड मैरी स्कूल ने कक्षाएं संचालित कीं, जबकि इस अवधि के दौरान स्कूलों को बंद रखने के स्पष्ट आदेश दिए गए थे। बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद भी जीसस एंड मैरी स्कूल के सभी ब्रांच में प्री प्राइमरी और प्राइमरी की कक्षाएं चलती पाई गईं। आज सुबह करीब 11:00 बजे बलरामपुर जनपद में जीसस एंड मैरी स्कूल (तुलसीपार्क) के प्राइमरी सेक्शन की कक्षाएं संचालित हो रही थीं। जब सद्भावना आवाज़ ने स्कूल का दौरा किया और बच्चों से बात की, तो यह पता चला कि स्कूलों में छुट्टी के आदेश के बावजूद आज कक्षाएं चलाई गईं। बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से छुट्टी के बारे में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई थी, जिसके कारण बच्चों ने स्कूल आकर पढ़ाई की।

सद्भावना आवाज़ के संवाददाता ने स्कूल पहुंचकर देखा कि बच्चे अपने नियमित स्कूल वाहनों में बैठ रहे थे और कुछ अभिभावक भी वहां मौजूद थे। अभिभावकों के मुताबिक, उन्हें अवकाश के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली थी। जब बच्चों से बातचीत की गई, तो पता चला कि आज भी कक्षाएं संचालित की जा रही थीं, जो कि प्रशासनिक आदेशों का उल्लंघन था। इस मामले की और जांच करते हुए संवाददाता ने जीसस एंड मैरी स्कूल के धुसाह ब्रांच का दौरा किया, जहां बच्चों ने बताया कि कक्षाएं 5, 7 और 8वीं की कक्षाओं भी चल रही थीं। बड़े परेड स्थित किड्जी प्री प्राइमरी जीसस एंड मैरी स्कूल में सद्भावना आवाज संवाददाता ने दौरा किया तो वहाँ का गेट बंद था पर थोड़ी दूर कुछ अभिभावक खड़े थे। शायद वही अंतिम 3-4 बच्चे ही स्कूल में बाकी थे। उनसे बात करने पर पता चला कि वहाँ भी स्कूल के नियमित कक्षाएं आज संचालित हुई थीं।
प्रिंसिपल का बचाव और विरोधाभास
जब जीसस एंड मैरी स्कूल, तुलसीपार्क के प्रिंसिपल से इस मामले पर सवाल किया गया, तो उन्होंने दावा किया कि “आज कोई कक्षा नहीं चली, केवल बच्चों को अवकाश संबंधित नोटिस दिया गया था।” उन्होंने बताया कि सुबह से केवल 12 बजे तक सभी बच्चों को यह बताया गया कि आज से अवकाश है। हालांकि, बच्चों और अभिभावकों के बयान से यह स्पष्ट हुआ कि स्कूल वाहन से बच्चों को स्कूल भेजा गया था और कक्षाएं भी चल रही थीं। जबकी बीएसए ने पहले ही चेतावनी दी थी कि यदि किसी स्कूल ने आदेशों का उल्लंघन किया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

शासनादेश की उड़ाई धज्जियां
सरकार ने सर्दी के प्रकोप को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया था। लेकिन निजी स्कूलों का यह कदम स्पष्ट रूप से नियमों की अवहेलना है। बेसिक शिक्षाधिकारी ने कहा, “यह सीधे तौर पर शासनादेश का उल्लंघन है। जांच के बाद दोषी स्कूलों को नोटिस जारी किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।”