जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने रोडमैप तैयार करना प्रारंभ कर दिया है। जिला आपदा विशेषज्ञ ने इस कार्य योजना के जरिए गर्म हवा और लू से बचने के उपाय भी बताएं। जलवायु परिवर्तन का असर इन दिनों मौसम में दिखाई दे रहा है ,मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में तापमान विगत वर्ष की अपेक्षा अभी से 3-4 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया है तथा आने वाले समय में यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक गर्मी पड़ने के आसार हैं ।
ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि आम जनमानस आने वाले दिनों में संभावित हीट वेव (लू )से बचाव के लिए अभी से उपाय करना शुरू कर दें और सतर्क हो जाए ।जिससे कि वह अपना और अपनों का बचाव कर सकें। आपदा विशेषज्ञ ने लू से बचाव के तरीके को बताते हुए यह कहा, कि गर्म हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी गत्ते इत्यादि से ठीक तरह से ढक दें ताकि बाहर की गर्मी अंदर ना प्रवेश कर सके खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आती हो उन पर काले रंग के पर्दे लगाकर रखें स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और तापमान में प्रतिदिन होने वाले परिवर्तन को ध्यान में रखकर कदम उठाएं। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर के निचले भाग में रहे, मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें, संतुलित हल्का व नियमित भोजन को दिनचर्या में शामिल करें, अपने सर को धूप से बचाने के लिए ढककर रखें। खाना बनाते समय घर के खिड़की दरवाजे खुले रखे, बच्चों को या पालतू जानवरों को वाहनों में ना छोड़े, उच्च प्रोटीन युक्त संतुलित आहार ही खाएं, आवश्यक ना हो तो धूप में कम ही निकले यदि किसी कार्य हेतु बाहर जाना भी पड़े तो सर को ढक कर रखें, नियमित शीतल पेय पदार्थों जैसे लस्सी, छाछ ,मट्ठा, बेल का शरबत ,नमक चीनी का घोल, नींबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें।