बलरामपुर, उत्तर प्रदेश। बलरामपुर जिले के लिए 20 मार्च 2025 का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। तुलसीपुर स्थित देवीपाटन मंदिर के सभागार में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लोगो और वेबसाइट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के नए अवसर प्रदान करेगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने बलरामपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना को भी स्वीकृति दी। इस योजना से जिले के नागरिकों को आधुनिक सुविधाएं मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लोगो का विमोचन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लोगो का विमोचन करते हुए कहा कि इसमें आस्था और शिक्षा का सुंदर संगम प्रदर्शित किया गया है। इस लोगो में संस्कृत में लिखा गया है “भद्रं भद्रं क्रतुमस्मासु धेहि”, जिसका अर्थ है कि हमें शुभ और अच्छे कार्यों की प्रेरणा मिले। इस लोगो को डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. गौरी शंकर चौहान ने डिजाइन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के माध्यम से छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की भी शिक्षा मिलेगी। विश्वविद्यालय से क्षेत्र के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे और वे शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकेंगे। इस मौके पर कुलपति ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
बलरामपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की स्वीकृति
जिले के नागरिकों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी यह रही कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना को स्वीकृति दे दी है। नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने इस योजना को हरी झंडी दे दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बलरामपुर एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण जिला है, इसलिए इसे आधुनिक स्वरूप देने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। बलरामपुर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के प्रयासों से इस योजना को मंजूरी मिली है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत बलरामपुर में निम्नलिखित कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाएंगे:
1. अंडरग्राउंड सीवर लाइन – जलभराव की समस्या को समाप्त करने के लिए शहर में सीवर लाइन को भूमिगत किया जाएगा।
2. बिजली व्यवस्था का आधुनिकीकरण – शहर की बिजली व्यवस्था को मजबूत करने के लिए नई लाइनें बिछाई जाएंगी और पुराने ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे।
3. सड़क निर्माण और डिवाइडर – मुख्य सड़कों की मरम्मत के साथ ही डिवाइडर और स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी।
4. पार्कों का निर्माण – हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नए पार्क बनाए जाएंगे और पुराने पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
5. तालाबों का सौंदर्यीकरण – शहर के ऐतिहासिक तालाबों को साफ-सुथरा कर उनके किनारों को सुंदर बनाया जाएगा।
6. ड्रेनेज सिस्टम – जल निकासी के लिए आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जाएगा ताकि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या न हो।
नेपाल सीमा पर सुरक्षा होगी मजबूत
मुख्यमंत्री ने नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की संयुक्त गश्त को बढ़ाया जाए ताकि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। नेपाल सीमा से जुड़े इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जल जीवन मिशन को मिलेगी गति
मुख्यमंत्री ने बलरामपुर जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से जल पहुंचाने की योजना को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तुरंत कराई जाए ताकि नागरिकों को असुविधा न हो।
बाढ़ से बचाव की तैयारी
मुख्यमंत्री ने बाढ़ से बचाव के लिए नदियों की सफाई और गाद हटाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत शिविर लगाने और आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं।
रोजगार योजनाओं पर जोर
मुख्यमंत्री ने बलरामपुर जिले में रोजगार योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों से लोन वितरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समय-समय पर रोजगार मेले आयोजित कर युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
चैत्र नवरात्रि मेले की तैयारियों का जायजा
लोगो के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री ने तुलसीपुर स्थित मां पाटेश्वरी देवी शक्ति पीठ में आयोजित चैत्र नवरात्रि मेले की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने जनपद के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने मंदिर परिसर और मेले के रास्तों की सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और मेडिकल सुविधाओं का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए सहायता केंद्र, पीने के पानी, शौचालय और मेडिकल सेवाएं पूरी तरह सुचारू रूप से संचालित हों। सुरक्षा और सुविधा के लिए सीसीटीवी कैमरे, महिला सुरक्षा, स्वच्छता, पार्किंग और परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बलरामपुर को मिलेगी नई पहचान
जिले को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने से यहां के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के सौंदर्यीकरण और बुनियादी सुविधाओं में सुधार से बलरामपुर का नया स्वरूप सामने आएगा। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से न केवल बलरामपुर के विकास को गति मिलेगी, बल्कि यहां के लोगों के जीवन स्तर में भी बड़ा बदलाव आएगा।मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बलरामपुर के डीएम पवन अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, विधायक पल्टूराम, विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, एमएलसी साकेत मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी सहित कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे।