बलरामपुर । जिलाधिकारी पवन अग्रवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में 50 लाख रुपये से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं और नहर विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने सभी अधिकारियों से निर्माण कार्यों की भौतिक और वित्तीय प्रगति का ब्योरा लिया और कार्यों की गति को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि यदि कार्यों में देरी पाई गई तो संबंधित एजेंसियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।डीएम ने कहा कि सभी विभाग समय पर उपभोग प्रमाण पत्र भेजें ताकि आगे की किस्त समय पर मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही या अनदेखी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समय से भुगतान की प्रक्रिया पूरी करने के लिए जरूरी है कि कार्य की प्रगति का सही और सटीक ब्यौरा भेजा जाए। जिलाधिकारी ने जोर दिया कि विकास कार्यों की गति तेज होनी चाहिए और गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए।बैठक के दौरान शहरी क्षेत्रों में जल निगम द्वारा संचालित पेयजल परियोजनाओं की सुस्त रफ्तार पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में देरी आम जनता को असुविधा में डालती है, इसलिए काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। साथ ही, उन्होंने निर्देश दिया कि जिन सड़कों को निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त किया गया है, उनकी मरम्मत तुरंत कराई जाए और उन्हें पहले जैसी हालत में वापस लाया जाए। डीएम ने चेतावनी दी कि अगर सड़कें समय पर सही नहीं की गईं तो संबंधित एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
नहर विभाग के कार्यों की भी समीक्षा
जिलाधिकारी ने नहर विभाग द्वारा संचालित निर्माण कार्यों की भी विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नहरों और सिंचाई से जुड़े सभी कार्य तय समय में पूरे किए जाएं ताकि किसानों को समय पर लाभ मिल सके। डीएम ने निर्देश दिए कि नहरों की मरम्मत और नई नहरों के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि पानी की आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए कामों को तेजी से पूरा किया जाना जरूरी है।डीएम पवन अग्रवाल ने कहा कि हर अधिकारी और विभाग की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कार्यों की नियमित समीक्षा होगी और प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर प्रस्तुत करनी होगी। जहां भी लापरवाही या देरी पाई जाएगी, वहां संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डीएम ने कहा कि शासन की प्राथमिकता है कि विकास कार्य जनता तक सही समय पर पहुंचे और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीईएसटीओ, लोक निर्माण विभाग, जल निगम, नहर विभाग सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों को समयबद्ध कार्य पूर्ण करने और काम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।