धीरेंद्र कुमार शुक्ला
नोएडा
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संदीप भागिया पर महिला कर्मचारियों ने शोषण, उत्पीड़न, गुलामों जैसा व्यवहार, अभद्र भाषा, धमकी और फर्जी मामलों में फसाने का आरोप लगाया. महिला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर शिकायत की है. शिकायत के बाद वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए है. फिलहाल राज्य कर विभाग में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एडिशनल कमिश्नर संदीप भागिया ने सारे आरोपों को निराधार और झूठा बताया है.
मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में लगाया गए आरोप
महिला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जो शिकायत पत्र लिखा. उसमें बताया गया कि आईएएस अधिकारी का यह रवैया पिछले चार महीने से जारी है. वो कहते हैं मेरी बात नहीं मानोगे तो तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा. और हाथ में कटोरा देकर नौकरी से निकलवा दूंगा. यही नहीं महिला कर्मचारियों ने अपनी शिकायत में यौन उत्पीड़न की श्रेणी में आने वाले गंभीर आरोप लगाए है.
कमरे में बुलाने का आरोप
महिलाओं ने जिक्र किया कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी महिला अधिकारियों को अपने कमरे में बुलाकर घंटों खड़ा रखते हैं. गंदे तरीके से बात करते हैं. उनकी तरफ धुरते हैं. यहां तक की रात में भी फोन करते हैं. और वीडियो कॉल करते हैं. यही नहीं वो छिपकर महिला अधिकारियों की वीडियो भी बनाते हैं. महिलाओं ने आरोप लगाया कि जब इसका विरोध करते हैं तो फर्जी मामलों में फंसा कर सस्पेंड करवाने की धमकी देते हैं.
5 अगस्त को की गई थी शिकायत
महिला अधिकारियों ने लेटर के अंदर बताया कि बहुत दुखी मन से इस पत्र को लिखा है. इस पूरे मामले की गोपनीय जांच कराए जाने की डिमांड की है. महिला कर्मचारियों ने इस अधिकारी के खिलाफ 5 अगस्त को शिकायत की थी.
एडिशनल कमिश्नर संदीप भागिया ने आरोपों को बताया झूठा
इस पूरे मामले में जब वरिष्ठ IAS एडिशनल कमिश्नर संदीप भागिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सारे आरोप झूठे और निराधार है. उन्होंने एक-एक आरोप को खारिज किया है. उन्होंने बताया कि हमारे यहां मोबाइल स्कॉट होते हैं. जिनकी ड्यूटी होती है.अलग-अलग सड़क पर खड़े होकर गाड़ियों की चेकिंग करने की. एडिशनल कमिश्नर मेरा यह काम है की जिसको जहां पर जो ड्यूटी दी गई. वहां पर काम कर रहा है. गाड़ियों को रोक रहा है या नहीं. इस संबंध में वीडियो कॉल की जाती हैं. कमरे में खड़े करने के आरोप को एडिशनल कमिश्नर ने गलत बताया.उन्होंने कहा की समीक्षा के लिए 10 से 12 अधिकारियों को एक साथ बुलाया जाता है. हमने अपने कमरे में बैठने की व्यवस्था नहीं की है. कमरे को ऊंचा बनाया है सारे अधिकारी खड़े होकर कार्य करते हैं.
रात में वीडियो कॉल करने की बताई वजह
एडिशनल कमिश्नर संदीप भागिया ने आगे बताया कि दिल्ली से नोएडा होकर काफी माल निकलता है.जिससे काफी जीएसटी चोरी होती है. उसको रोकने के प्रयास किया जा रहे हैं. मैं खुद रात-रात निकलता हूं. देखता हूं कि अधिकारी सही से कम कर रहे हैं या नहीं. जब मैं आया था. तब मैं रात में अपनी प्राइवेट गाड़ी से निरीक्षण करने गया.तो देखा कि सिरसा कट के पास मोबाइल स्कॉट की गाड़ी खड़ी थी. अधिकारी गाड़ी के अंदर बैठे हैं.और बाकी गाड़ियां निकल रही थी. उनको ना कोई रोक रहा है ना किसी तरह की कोई कार्यवाही की जा रही है. मैंने इस चीज का वीडियो बनाया कि आप लोग सही से काम नहीं कर रहे हैं. इसकी रिपोर्ट भी ऊपर भेजी गई थी.और कार्यवाही भी हुई थी.
घुमा फिरा कर लगाए गए आरोप
उन्होंने आगे बताया कि जो मेरा काम है. कि मेरी टीम सही से कम कर रही है या नहीं. हमारी टीम सही व्यापारियों को परेशान तो नहीं कर रही. इसके लिए कई सारी चीज करनी पड़ती है.जैसे की रात में अचानक से पहुंचकर निरीक्षण करना. वीडियो कॉल करके देखना. दूर से खड़े होकर चेक करना. और अधिकारियों को बुलाकर उनके साथ समीक्षा करना और उनसे रिपोर्ट लेना. इन सारी चीजों को घुमा फिरा कर बोला गया है. मैंने अपने सारे काम बहुत ही ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक किया है. मैने किसी भी अधिकारी को बेवजह ना तो परेशान किया है.ना ही किसी तरीके की गलत भाषा का प्रयोग करके उन्हें प्रताड़ित और परेशान करने की नीयत से कोई कार्य किया है. मेरा जो काम है मैंने उस काम को पूरी ईमानदारी के साथ किया है.