लखनऊ/बाराबंकी ।
लखनऊ से बाराबंकी तक नर्सिंग होम्स को बचाने के नाम पर चल रही घूसखोरी का बड़ा जाल CBI ने उजागर किया है। मंगलवार-बुधवार को चली कार्रवाई में CBI ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (CBN) के तीन इंस्पेक्टरों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपी नर्सिंग होम्स को ड्रग्स मामलों में क्लीन चिट देने के बदले 10 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे।
2 दिन में गिरे 6 चेहरे, रिश्वत की रकम टेढ़ी पुलिया पर पकड़ी गई
CBI ने लखनऊ और बाराबंकी में दबिश देकर तीन नारकोटिक्स इंस्पेक्टर—महिपाल सिंह, रवि रंजन और आदर्श योगी को रंगे हाथों घूस लेते पकड़ा। जांच में पता चला कि बाराबंकी के देवा नर्सिंग होम के संचालक गयासुद्दीन से तीनों ने 10 लाख रुपये की डील की थी।CBI के मुताबिक, पहले 2 लाख रुपये CBN कार्यालय में दिए गए, फिर बाकी 8 लाख गयासुद्दीन के बेटे ने लखनऊ की टेढ़ी पुलिया पर सौंपे। जैसे ही रकम दी गई, CBI टीम ने छापा मारकर तीनों अफसरों को पकड़ लिया। पूरी 10 लाख रुपये की रकम बरामद कर ली गई है।
प्रोबेशन में चल रहे महिपाल बर्खास्त, दो अफसर सस्पेंड
CBN इंस्पेक्टर महिपाल सिंह को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। रवि रंजन और आदर्श योगी को निलंबित किया गया है। इन तीनों पर आरोप है कि ये दागी नर्सिंग होम्स को क्लीन चिट देने के लिए मोटी रकम की मांग करते थे।
केमिस्ट एसोसिएशन भी शामिल, दो पदाधिकारी गिरफ्तार
CBI जांच में सामने आया कि इस पूरे नेटवर्क में केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी शामिल थे। बाराबंकी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संतोष जायसवाल और ब्लॉक अध्यक्ष सुनील जायसवाल को भी गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों ही अफसरों तक घूस पहुंचाने और सौदे तय कराने में अहम भूमिका निभाते थे।
रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी एजेंसी
CBI अब तीनों इंस्पेक्टर्स को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। एजेंसी को शक है कि इस नेटवर्क के जरिए लखनऊ और बाराबंकी में कई नर्सिंग होम्स को गलत तरीके से क्लीन चिट दी गई। पूछताछ में और नाम सामने आने की उम्मीद है।