लखनऊ। राजधानी में आयोजित यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) 2025 में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। रविवार सुबह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, जियामऊ परीक्षा केंद्र पर एक अभ्यर्थी की बायोमेट्रिक और आईरिस स्कैनिंग में गड़बड़ी पाई गई, जिससे पूरे कांड का खुलासा हुआ।करीब 11:30 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि परीक्षार्थी सुमित यादव का आईरिस स्कैन मेल नहीं खा रहा है।
बायोमेट्रिक स्कैन से खुला बड़ा घोटाला
केंद्र अधीक्षक और बायोमेट्रिक टीम ने जांच की तो पाया कि आधार कार्ड के QR कोड UIDAI से जेनरेट नहीं हो रहे थे और बायोमेट्रिक Mismatch की त्रुटि आ रही थी।पुलिस पूछताछ में पता चला कि परीक्षा देने वाला युवक असल में रवीश कुमार था, जो सुमित यादव के स्थान पर परीक्षा देने आया था। उसके पास सुमित यादव का आधार कार्ड था, लेकिन उस पर फोटो फर्जी तरीके से बदली गई थी।स्टैटिक मजिस्ट्रेट विनोद कुमार वर्मा की तहरीर पर गौतमपल्ली थाने में धोखाधड़ी और कूटरचना की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी रवीश कुमार को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
STF की निगरानी में हुआ खुलासा
पुलिस और एसटीएफ को पहले से खबर थी कि महाराष्ट्र के सोलापुर की एक गैंग यूपी की प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा कर रही है। यही गिरोह नकली अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठवाने का काम करता है। इस गिरोह की भनक पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और जांच जारी है।