गोण्डा।
कर्नलगंज क्षेत्र में झोलाछाप तथा फर्जी अस्पतालों का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां झोलाछाप की जेब नोटों से भरती जा रही है । तो वहीं दूसरी ओर आम जनता इलाज के नाम पर अपनी जिंदगी दांव पर लगा रही है।इन्ही झोलाछाप डॉक्टरों के वजह से निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। साथ ही मृतक के परिजनों ने पूरे अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। जिसके बाद अस्पताल परिसर में पुलिस ने समय पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक पवन कुमार पांडे के पिता गोकुल प्रसाद पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि, उनके बेटे के पेट में दर्द था। जिसके इलाज के लिए उसे गोण्डा लखनऊ हाईवे पर सरकारी अस्पताल मोड़ के पास स्थित वरदान हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर संदीप कुमार गोस्वामी ने सब कुछ नॉर्मल कहकर इलाज के लिए 2 लाख रुपए की मांग की। लेकिन उसके बाद इलाज के दौरान उनके बेटे की मृत्यु हो गई। वहीं इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए ।हालांकि इस दुखद घटना के बाद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जय गोविंद के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वरदान हॉस्पिटल को सीज कर दिया। डॉक्टर जय गोविंद ने बताया कि जांच में ना ही अस्पताल का रजिस्ट्रेशन पाया गया ना किसी तरह की जानकारी मिल पाई। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है।निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत के बाद नींद से जागी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई तो शुरू कर दी।
लेकिन इस घटना तथा व्यक्ति की मौत की जिम्मेदारी आखिर किसकी होगी। यह एक सबसे बड़ा प्रश्न है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जल्द ही सीएमओ को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी।यह घटना कर्नलगंज थाना क्षेत्र के बनगांव के ग्राम निर्मल पुरवा के 32 वर्षीय निवासी पवन कुमार पांडेकी है, जो दिल्ली में रहकर ट्रांसपोर्ट का कार्य करते थे, तथा कुछ दिनों पूर्व अपने घर पर आए थे, जहां उनके पेट में दर्द की समस्या थी। जिसको लेकर उनके परिजनों ने उन्हें कर्नलगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से महज चंद कदमों की दूरी पर गोंडा लखनऊ हाईवे के पास बने वरदान हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां अस्पताल के डॉक्टर संदीप कुमार गोस्वामी ने जांच कराने के बाद सब कुछ नॉर्मल कहकर उनका इलाज करना शुरू किया, लेकिन इलाज के दौरान आज उनकी मृत्यु हो गई।
जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर संदीप कुमार गोस्वामी मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने मामले की छानबीन शुरू करते हुए घटना से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ मुदस्सिर तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया।कर्नलगंज के वरदान हॉस्पिटल में आज पवन कुमार पांडे के इलाज के दौरान हुई मौत के बाद उनके पिता गोकुल प्रसाद पांडे ने पुलिस को तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि, गलत इलाज ने उनके बेटे की जान ली उन्होंने अपनी तहरीर में जानकारी देते हुए बताया कि डॉक्टर ने रिपोर्ट में सब कुछ नॉर्मल कहकर फीस के नाम पर 2 लाख की मांग की, जिसे परिजन देने के लिए भी तैयार थे लेकिन उनके द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के बाद उनके बेटे की मौत हो गई। जिसको लेकर उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर व अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जांच के बाद होगी अस्पताल सीज की कार्रवाई।कर्नलगंज क्षेत्र में आए दिन निजी अस्पतालों में मौत तथा कई अन्य घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिसको लेकर कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही है।कर्नलगंज नगर में स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे सैकड़ों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर तथा फर्जी नर्सिंग होम की भरमार है, जहां आए दिन बड़ी घटनाएं देखने को मिल रही है। लेकिन हजारों शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा की जा रही लापरवाही कहीं ना कहीं फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों को संरक्षण दे रही है। ऐसे में योगी सरकार के द्वारा किए जा रहे दावे पर खुद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ही सवालिया प्रश्नचिन्ह खड़े किए जा रहे हैं।