गोंडा ।
बहुचर्चित जमीन घोटाले मामले में भूमाफिया खलील समेत 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत करता अनिल कुमार मिश्रा ने 2014 में नगर कोतवाली क्षेत्र के परेड सरकार के रहने वाले बलबीर सिंह व उनके तीन भाइयों ने छावनी सरकार स्थित गाटा संख्या 387 की नजूल की जमीन को फ्री होल्ड कराने का भरोसा दिलाकर एग्रीमेंट किया था। बलबीर के झांसे में आकर अनिल ने 42.50 लाख रुपए में इस गाटे की आधी जमीन का एग्रीमेंट करा लिया। इसके लिए अनिल ने बलबीर को 37.50 लाख रुपये चुका दिया। जबकि 5 लाख रुपये बकाया रह गया। अनिल का कहना है कि इसी बीच खलील टायर बीच में आ गया और उसने बलबीर को अधिक पैसों का लालच देकर अपनी तरफ मिला लिया। खलील के साथ मिलीभगत होने पर आरोपी बलबीर अनिल को फ्री होल्ड के नाम पर टरकाता रहा। इसी बीच खलील ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बलबीर व उसके भाइयों से यह जमीन अपने बेटे तौफीक के नाम पर बैनामा करा दिया और पूरी जमीन की प्लाटिंग कर उसे बेंच डाला
नजूल और वक्फ बोर्ड की जमीनों के खरीद फरोख्त के मामले में चर्चा में आए खलील की एक और करतूत सामने आई है। छावनी सरकार गांव स्थित नजूल की कीमती जमीन को कूट रचित दस्तावेज तैयार कर खलील ने पहले अपने बेटे के नाम बैनामा करा लिया और उसके बाद प्लाटिंग कर उसे बेंच दिया। जिसको लेकर खलील टायर ओर उसके बेटे तौफीक समेत 7 लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में जालसाजी समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है।इस मामले में अनिल मिश्रा ने खलील टायर , उसके बेटे तौफीक व अरफात समेत बलबीर सिंह, सुखबीर सिंह, अश्विनी सिंह व जसबीर सिंह के खिलाफ कोतवाली नगर में जालसाजी की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। नगर कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर , मामले की जांच की जा रही है।