सद्भावना आवाज़
डॉ. शिशिर मिश्रा (संवाददाता)
सिद्धार्थ नगर
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ (भाषा विभाग) उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित 20 दिवसीय सरल संस्कृत शिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ दिनांक 04 जुलाई 2023 को हुआ कार्यशाला के शुभारम्भ सत्र में मुख्यातिथि प्रदीप शुक्ल संस्कृत से संस्कृति है संस्कृत ही उत्तम समाज का निर्माण करती है उन्होनेबताया कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान निरन्तर संस्कृत भाषा को जन जन भाषा बनाने के लिए कटिबद्ध है ।संस्थान के द्वारा अनेक ऐसी योजनाएं चलायी जा रहीं है जिससे जन जन तक ये भाषा पहुँच सके। प्रशिक्षक गणेश दत्त द्विवेदी ने संस्कृत भाषा की उपादेयता बताते हुए संस्कृत ग्रन्थों में निहित ज्ञान निधि का अध्ययन कर भारतीय संस्कृति और स्वयं के संस्कारों की रक्षा हेतु भाषा का अध्ययन और परिशीलन आवश्यक बताते हुए संस्कृत अनुरागियों को संस्कृत कार्यशाला में नियमित प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया।
गूगल मीट एप के माध्यम से किया प्रतिभाग
कार्याशाला में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के प्रशिक्षक गणेश दत्त द्विवेदी द्वारा प्रथम दिवस संस्कृत में वर्णमाला ज्ञान, परस्मैपदी, आत्मनेपदी, उभयपदी धातु और अजन्त, हलन्त शब्दों का परिचय आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।उक्त कार्यशाला में सम्पूर्ण भारतवर्षसे संस्कृत भाषा के माध्यम से स्वयं का विकास करने के लिये शरद कुमार प्रतिमा जी तनु तोमर अंजली रस्तोगी हृषिकेश झा अविनाश दत्त द्विवेदी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा कुमुद शर्मा लक्ष्मी महोदया आदि सहित आधा सैकड़ा से अधिक लोगों ने गूगल मीट एप के माध्यम से प्रतिभाग किया साथ ही उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ के पदाधिकारी श्री सुधीष्ठ कुमार मिश्र (प्रशिक्षणप्रमुख) और प्रशिक्षण समन्यवक धीरज मैठानी आदि द्वारा निरीक्षण कार्य ऑनलाइन किया गया।