सद्भावना आवाज़
बलरामपुर
बलरामपुर में भारत नेपाल से सटे सोहेलवा वन क्षेत्र में वन जीवों के हमलों से बचाने के लिए वन विभाग ने जंगल से सटे इलाकों के ग्रामीणों को सजगता बरतने के निर्देश जारी किए हैं ताकि ग्रामीणों और वन जीवों में संघर्ष न हो। दूसरी तरफ रविवार की शाम महराजगंज तराई क्षेत्र के खरझार नाले के पास तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। रविवार की शाम खरझार नाले के पास झाड़ी में तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीण सहम गए। ग्रामीण अपने बच्चों को घर से नही निकलने दे रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी केपी सिंह ने ग्रामीणों से अपील की है कि घरों से बच्चों को अकेले न निकलने दें तथा खेतों में काम करते समय विशेष सतर्कता बरतें। डीएफओ एम सेम्मारन ने बताया कि वर्षाकाल प्रारंभ हो चुका है। वर्षाकाल में जंगल के अन्दर अधिकांश क्षेत्रों में जलभराव हो जाने के कारण वन्यजीवों को प्राकृतवास सीमित हो जाता है। जिससे उनके वन क्षेत्रों से बाहर आने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। वे अक्सर भोजन की तलाश में भी वन्य जीव जंगल से बाहर निकलते हैं, इसलिये यह समय अत्यन्त सचेत रहना जरूरी है। उन्होंने अपील की कि आम जनमानस वन्यजीवों के प्रति सजग एवं जागरूक रहते हुये यह प्रयास करें कि वन्य जीवों से संघर्ष की स्थिति पैदा न हो।
बारिश के कारण जंगल से बाहर आते हैं वन्यजीव
उन्होंने कहा कि वन्य जीव सामान्यतः सुबह अथवा शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं। इन समय पर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी आकस्मिक स्थिति में वन विभाग के सम्पर्क में रहते हुये सम्बन्धित वन्यजीवों से अपना बचाव करने के सुरक्षात्मक उपायों को उपयोग में लायें। उन्होंने आम जानमानस से अपील की कि अकेले वन क्षेत्रों के निकट अथवा गन्ने के खेतों में भ्रमण हेतु न निकलें। विशेष रूप से वृद्ध एवं बच्चों को इस स्थिति से सुरक्षित रखें।