सद्भावना आवाज़
किशन शुक्ला (संवाददाता)
बस्ती।
दुबौलिया थाना क्षेत्र के कटरिया गांव के रहने वाले संजय पाल पुत्र बुद्ध पाल ने आरोप लगाया कि गांव के 6 व्यक्तियों ने उसके घर में घुसकर मारपीट किया हुआ हत्या करने के प्रयास किया तथा उसकी धर्मपत्नी के जेवर को लूट ले गए वही इस मामले में माननीय न्यायालय निर्देश पर छ अभियुक्तों के विरुद्ध दुबौलिया थाने में मुकदमा पंजीकृत हुआ वही पीड़ित संजय पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद अभियुक्त धर्मेंद्र सिंह रणवीर सिंह जो कथित तौर पर प्रधान प्रतिनिधि कहे जाते हैं बस्ती जिले के दुबौलिया पुलिस ने अभी तक इन अभियुक्तों को लगातार शरण और संरक्षण देती आ रही है जिससे इन के ऊपर मुकदमा दर्ज होने के बाद कानूनी कार्रवाई नहीं हो पाती।
गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक बस्ती को प्रार्थना पत्र देकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की की मांग
बस्ती जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत कटरिया गांव के रहने वाले संजय पाल ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कहा है कि कि वह मुकदमा संख्या 90 /2023 जो कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुकदमा पंजीकृत हुआ था उसमें उसने गवाही दी थी उसी की रंजिश को लेकर छह अभियुक्तों ने उसके घर में घुसकर हत्या का प्रयास किया व घर में लूटपाट कर सामान को तोड़ कर मारपीट की वही दुबौलिया थाने के उप निरीक्षक राजेश कुमार तिवारी पर पीड़ित ने आरोप लगाया है कि राजेश कुमार तिवारी उपनिरीक्षक प्रधान राजेश सिंह और उनके प्रतिनिधि धर्मेंद्र रणबीर सिंह से मिले हुए हैं और उनका मित्रवत संबंध और जितने मुकदमे इन अभियुक्तों के ऊपर दर्ज होते हैं सब ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर अभियुक्तों को क्लीन चिट दे देते है वहीं उप निरीक्षक राजेश कुमार तिवारी द्वारा लगभग 4 मुकदमे में इन अभियुक्तों को फाइनल रिपोर्ट लगाते हुए बाइज्जत बरी किया गया है पुलिस अधीक्षक को पत्र पत्र लिखकर पीड़ित संजय पाल ने कहा है कि उपनिरीक्षक दुबौलिया राजेश कुमार तिवारी से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
मुकदमा दर्ज होने के बाद घटनास्थल तक नहीं पहुंची दुबौलिया पुलिस पीड़ित का आरोप
वही पीड़ित संजय पाल पुलिस अधीक्षक प्रार्थना पत्र मे मुकदमे के विवेचक दुबौलिया उपनिरीक्षक राजेश कुमार तिवारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद दुबौलिया पुलिस विवेचक उप निरीक्षक राजेश कुमार तिवारी घटनास्थल तक नहीं पहुंचे और ना ही हम पीड़ित का हाल जाना उपनिरीक्षक द्वारा अभी तक हम पीड़ित का मेडिकल भी नहीं कराया गया वह निरीक्षक राजेश कुमार तिवारी द्वाराअभियुक्तों से बहुत पहले से सांठगांठ होने के कारण विवेचना में इतनी देरी की जा रही है वहीं पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग पीड़ित ने किया है।