सद्भावना आवाज़
अरविंद यादव (संवाददाता)
अम्बेडकर नगर
बरसात न होने के चलते परेशान किसान बारिश के बादलो की बाट जोह रहे है। मौजूदा समय में अधिकांश किसान अपने खेत में धान की रोपाई कर रहे हैं जिन्हें खेतों को सीचने के लिए पानी की आवश्यकता है। लेकिन भरपूर मात्रा में बरसात न होने से मायूस किसान किसी तरीके से अपनी फसलों की सिंचाई कर रहे हैं।हालात ये हैं कि सिचाई करने के बाद 4 घंटे मे ही खेतों से पानी सूख जा रहा है जबकि खेतों को पानी की आवश्यकता अधिक है। धान की फसल के खेत में पानी न होने से न केवल तमाम रोग लग जाते हैं बल्कि ढेरों खरपतवार भी उत्पन्न हो जाते हैं।
खेतों में पानी न होने से लगाई गई पौध भी सूखने लग रही हैं वहीं खेतों की मिट्टी में दरार पड़ना शुरू हो गई है।फसल बचाने को प्राइवेट ट्यूबेल से की जा रही सिंचाई इतनी महंगी है कि लोग फसलों की सिंचाई करते करते थक जा रहे हैं किसान हरि नारायण उपाध्याय ने बताया कि बरसात न होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है प्राइवेट ट्यूबेल से सिंचाई करना आसान नहीं रह गया है प्राइवेट ट्यूबेल वाले ₹180 से ₹200 प्रति घंटे कि दर से सिंचाई ले रहे हैं।किसान रजत शर्मा ने बताया कि इस भीषण गर्मी में खेतों की सिंचाई करते हैं 4 घंटे बाद खेतों में पानी ही नहीं रहा जा रहा है तथा खेतों में दरार भी पड जा रहे हैं बरसात के लक्षण भी अभी कुछ दिखाई नहीं पड़ रहे हैं अगर बरसात नहीं होगा तो किसान की फसलें खराब हो जाएंगी।