सद्भावना आवाज़
बस्ती।
शुक्रवार को दोपहर परसरामपुर विकास खंड अंतर्गत सिकंदरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर (डीएचओ) जिला होम्योपैथिक अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि बार बार मिल रही शिकायत पर हॉस्पिटल में तैनात डॉ प्रीती पांडेय रोजाना ड्यूटी पर नहीं आती हैं।फोन द्वारा हमे इस मामले की जानकारी मिली वा हरैया एसडीएम गुलाबचन्द्र के निर्देश पर जांच की गई है। जांच के दौरान पूरे महीने इनका अटेंडेंस रजिस्टर में सही मिला। यहां आए मरीजों ने भी बताया कि डॉ प्रीती पांडेय रोजाना ड्यूटी पर आती हैं। निरीक्षण के दौरान डिपार्मेंट में फैली गंदी को लेकर वा बिखरी हुई दवा का समुचित रखरखाव को दुरुस्त करने की हिदायत दी।वहीं कुछ नाम न छापने की शर्त पर कुछ मरीजों ने बताया कि डॉ प्रीती ड्यूटी पर कभी कभार ही आती हैं। जितने लोगों ने उनका समर्थन किया है वो उन्हीं के द्वारा बुलाएं गए लोग थे। जो मरीज बनकर आए थे। जबकि सही समर्थन कर रहे मरीजों का जून माह का पर्चा देखा जाए वा जून माह में आए मरीजों का रजिस्टर में दर्ज मरीजों से पता किया जाए तो कुछ और ही निकल कर आयेगा, विशेष सूत्रों की माने तो डॉ प्रीती का निजी हॉस्पिटल जीवन हॉस्पिटल के नाम से नाका फैज़ाबाद/अयोध्या में चल रहा है,अपना अधिकतर समय वो वहीं व्यतीत करती हैं इसीलिए यहां बराबर ड्यूटी नहीं आती हैं। इनका व्यवहार भी मरीजों से बहुत ठीक नहीं रहता है।चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी द्वारा दावा दिए जाने के बारे में पूछने पर डीएचओ ने कहा कि हॉस्पिटल में चिकित्सकों की कमी है,होम्योपैथिक विभाग में जरूरत के अपेक्षा फार्मासिस्ट की भी तैनाती नहीं है यहां फार्मासिस्ट न होने के चलते डॉक्टर की सलाह पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा दवा वितरित किया जाता है।मरीजों को दवा मिलने से मतलब है और वो मिल रहा है। कुछ दिनों पहले यहां तैनात पीएचसी प्रभारी सिकंदरपुर डॉ मनोज कुमार का स्थानांतरण हो जाने के बाद से किसी अन्य चिकित्सक की तैनाती यहां नहीं हो पाई है। फार्मासिस्ट के भरोसे अस्पताल चल रहा है। जो बिना किसी आदेश पर ओपीडी धड़ल्ले से चला रहे है, इतना ही नहीं हॉस्पिटल में उपलब्ध दवाएं भी मरीजों को बाहर से लिखी जा रही है।