जिले में प्राथमिक विद्यालयों को अब 73 नए टीचर मिल गए हैं। 2 दिन से जारी काउंसिलिंग के बाद उन्हें नियुक्ति प्रमाण पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया। नियुक्ति पत्र पाकर नए शिक्षक और शिक्षिकाएं काफी खुश हैं। आपको बताते चलें कि 2017-18 में उत्तर प्रदेश में निकली गई 12,460 शिक्षक पदों की भर्ती प्रक्रिया कुछ वजह से रुक गई थी। अब कानूनी मामले सुलझने के बाद इन पदों की भर्ती को लेकर काउंसिलिंग पिछले दिनों शुरू हुई थी।सिद्धार्थनगर जिले में भी 302 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी थी, जिसको लेकर अभी 89 लोगों की काउंसिलिंग पिछले दिनों हुई, जिसमें से 73 शिक्षक और शिक्षिकाओं के कागजात पूरी तरह दुरुस्त मिलने के बाद उन्हें आज नियुक्ति पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा वितरित किया गया।
शिक्षक के रूप में कार्य करने के लिए तैयार शिक्षक
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद सरकारी शिक्षक के रूप में कार्य करने के लिए तैयार शिक्षक शिक्षिकाएं काफी खुश हैं। उनका कहना है कि आज 6 साल के बाद उन्हें उनकी मनचाही जॉब मिल रही है, जिससे वह काफी खुश हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि उनका सपना सच साबित हो रहा है। नियुक्ति प्रमाण पत्र मिलने पर सारे शिक्षक-शिक्षिकाएं सरकार को शुक्रिया अदा करते हुए अपने कार्यों के प्रति समर्पित रहने की बात कह रही है।वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि 2017-18 की 12,460 की जो भर्ती प्रदेश सरकार में निकली हुई थी।
न्यायालय के रोक के बाद सिद्धार्थनगर जिले में 29 दिसंबर को काउंसिलिंग शुरू की गई थी, जिसमें कुल 89 लोगों की काउंसिलिंग हुई, जिसमें दो फर्जी शिक्षक पाए गए, जिन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। बाकी 14 अभ्यर्थियों के खिलाफ विभिन्न तरह की जांच चलने की वजह से उनकी काउंसिलिंग पूरी नहीं हो सकी है। बाकी बचे 73 शिक्षकों को उनके कागजों के जांच के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्दी इन लोगों को वरीयता के आधार पर स्कूल भी स्कूल भी एलॉट कर दिए जाएंगे।