सद्भावना आवाज़
अंकिता त्रिपाठी
बलरामपुर।
2019 में हारी हुई लोकसभा सीटों में से श्रावस्ती सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी ऐलान कर दिया है। बीजेपी की तरफ से साकेत मिश्रा को प्रत्याशी बनाया गया है। साकेत मिश्रा पीएम मोदी के लंबे समय तक सलाहकार रहे निपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं। भाजपा ने उन्हें एमएलसी भी मनोनीत किया था। भाजपा की पहली सूची में श्रावस्ती लोकसभा सीट से सकेत मिश्रा को उतार कर ब्राह्मण कार्ड खेला है। साकेत मिश्रा 2019 से राजनीति में सक्रिय हुए। साकेत मिश्रा पड़ोसी जनपद बहराइच जिले के मूल निवासी है। 4 अप्रैल 2023 को साकेत मिश्रा को विधान परिषद सदस्य का मनोनीत किया गया था।

पीएम मोदी के सलाहकार रहे नृपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं साकेत मिश्रा
इन्वेस्टमेंट बैंकर साकेत मिश्रा का नाम उस समय चर्चा में आया था जब लोकसभा चुनाव से पहले श्रावस्ती सीट पर दावेदारों की चर्चा हो रही थी। फाइनेंस के क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव रखने वाले साकेत मिश्रा को बीजेपी से टिकट का एक प्रबल दावेदार माना जा रहा था। पर बाद में उनका नाम नहीं घोषित किया गया।

पूर्वांचल विकास बोर्ड का बनाया सलाहकार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उसके बाद उनको पूर्वांचल विकास बोर्ड का सलाहकार बनाया। साकेत मिश्रा का पैतृक निवास देवरिया के कसिली गांव में है, पर राजनीति में प्रवेश करने के लिए उन्होंने ननिहाल को चुना। उनका ननिहाल श्रावस्ती में है और साकेत के नाना पंडित बदलूराम शुक्ला क्षेत्र के प्रभावशाली ब्राह्मण चेहरों में से रहे हैं। यही नहीं वो कांग्रेस के सांसद (बहराइच से) भी रहे हैं। साकेत मिश्रा ने लोकसभा चुनाव से पहले श्रावस्ती में ज़मीन पर काम किया और लोगों को जोड़ा। इसमें कोई शक नहीं कि नाना के नाम और पारिवारिक पृष्ठभूमि का लाभ उनको मिला है, पर साकेत मिश्रा लगातार श्रावस्ती में जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ काम करते रहे। साकेत मिश्रा के चयन के बाद बीजेपी की ये रणनीति और स्पष्ट हो गयी है कि पार्टी प्रशासनिक सेवा में अनुभव और किसी विशेष योग्यता वाले और टेक्नोलॉजी सैवी युवा चेहरों को तरजीह देना चाहती है।
इसे पढ़ें: https://sadbhavnaawaj.com/balrampur-first-meeting-held-sohelwa-wildlife-sanctuary-adds-to-the-natural-beauty/
हारी सीटों पर नये नाम-
श्रावस्ती- साकेत मिश्रा MLC ( नृपेंद्र मिश्र के बेटे )
अंबेडकर नगर- रितेश पाण्डेय (बसपा से आये,पिता जी साथ आये )
जौनपुर- कृपाशंकर सिंह ( महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री,पुणे में PM के कार्यक्रम के बाद से चर्चा तेज थी)
नगीना – ओम कुमार
जिन 29 लोगो के नाम नहीं है उनमें से 6 या 7 सहयोगी दलों के पास जाएंगे। 10 से 11 सीटे हारी हुई और 10 से 15 सिटिंग एमपी का भी पत्ता कट सकता है। वीके सिंह,मेनका गांधी ,वरुण गांधी ,रीता बहुगुणा जोशी, बृजभूषण शरण सिंह,राजेंद्र अग्रवाल,संतोष गंगवार ,संघमित्रा मौर्य टिकट से वंचित रह सकते हैं। कानपुर से सत्यदेव पचौरी ,रमापति राम त्रिपाठी का भी टिकट खतरे में है।

1994 में IPS बने साकेत मिश्रा
साकेत मिश्रा राम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं। नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव भी रहे हैं। साकेत मिश्रा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) कोलकाता से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की। इसके बाद साकेत मिश्रा ने भी सिविल सेवा की परीक्षा दी और 1994 में IPS बने। लेकिन फ़ाइनेंस सेक्टर में गहन रुचि होने के कारण बाद में उन्होंने इस्तीफ़ा देकर फिर से फ़ाइनेंस सेक्टर में लौटने का इरादा किया। साकेत मिश्रा ने कई बैंकों में उच्च पदों पर काम किया।
इसे पढ़ें: https://sadbhavnaawaj.com/balrampur-first-meeting-held-sohelwa-wildlife-sanctuary-adds-to-the-natural-beauty/
इसे पढ़ें: https://sadbhavnaawaj.com/balrampur-first-meeting-held-sohelwa-wildlife-sanctuary-adds-to-the-natural-beauty/
Follow for more updates…
Facebook Twitter Instagram YouTube