बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई और समझ का स्तर जानने के लिए हर साल होने वाली निपुण परीक्षा के नतीजे आ गए हैं। इस बार बलरामपुर जिले ने अच्छी छलांग लगाई है। पिछले साल जहां जिले की रैंकिंग 69 थी, वहीं इस बार 53वें पायदान पर पहुंच गया है।जिले के 1,829 परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले कुल 2,09,755 बच्चों में से 1,92,344 बच्चों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। खास बात यह रही कि इस बार पास होने वाले बच्चों का प्रतिशत 63.91% से बढ़कर 83.43% हो गया, जो काफी अच्छा सुधार माना जा रहा है।
श्रावस्ती बना टॉपर, गोंडा और बहराइच पिछड़े
श्रावस्ती जिले ने तो कमाल ही कर दिया। पिछले साल जहां उसकी रैंक 48 थी, इस बार सीधे 14वें नंबर पर आ गया। यहां 91.26% बच्चे पास हुए हैं। दूसरी ओर गोंडा और बहराइच का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा। गोंडा 67 से थोड़ा ऊपर 65 पर पहुंचा और बहराइच 70 से 67वीं रैंक पर आया।
परीक्षा से तय होती है पढ़ाई की असली तस्वीर
निपुण परीक्षा का मकसद बच्चों की पढ़ाई की असली स्थिति का पता लगाना है। इसी के आधार पर जिलों की रैंकिंग तय की जाती है।देवीपाटन मंडल के सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक राम सागरपति त्रिपाठी ने बताया कि इस बार नतीजे बेहतर आए हैं, लेकिन इसमें और सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि निपुण परीक्षा की तैयारी पूरे साल कराई जाए और बच्चों की पढ़ाई पर लगातार नजर रखी जाए।