इजराइल की मांग पर उत्तर प्रदेश से दस हजार श्रमिकों को इजराइल भेजने का निर्णय सूबे की योगी सरकार की ओर से लिया गया है। इजराइल जाने के इच्छुक श्रमिकों से ऑनलाइन आवेदन मांगा गया था, जिसमें बस्ती जनपद से 600 श्रमिकों ने ऑनलाइन आवेदन किया। इन सभी का डेटा निदेशालय सेवा योजना प्रशिक्षण प्रभाग को भेजा गया। जिसमें निदेशालय स्तर से 202 श्रमिकों का चयन किया गया है। अब इनका टेस्ट इजराइल की संस्था पीआईबीए करेगी, पीआईबीए टेस्ट में यदि ये सभी पास होंगे तो ही इन्हें इजराइल जाने का मौका मिलेगा।
6 बसों की व्यवस्था किए जाने के निर्देश
इजराइल हमास की जंग में इजराइल में काफी संख्या में अस्पताल, सरकारी भवन, आवासीय भवनों की छति हुई है, इन सभी की मरम्मत सहित अन्य कार्य के लिए इजराइल ने भारत से मदद मांगी थी। इजराइल की ओर से जिन श्रमिकों की डिमांड की गई है उसमें सिरेमिक टाइल प्लास्टरिंग, फ्रेम वर्क/शटरिंग कारपेंटर, आयरन बेंडिंग में दक्षता जरूरी है और उनकी उम्र 21 से 45 वर्ष होनी चाहिए। जिसके तहत बस्ती जिले से श्रमिकों ने आवेदन किया था।जिन 202 श्रमिकों का चयन किया गया है, उनका टेस्ट पीआईबीए की ओर से 30 जनवरी को आईटीआई अलीगंज में होगा। डीएम आंद्रा वामसी ने इसके लिए रोडवेज डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को 6 बसों की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए हैं।
रोडवेज डिपो से श्रमिकों को लेकर बसें प्रात: पांच बजे लखनऊ के लिए रवाना होंगी। इन बसों से यात्रा करने वाले श्रमिकों को यात्रा शुल्क खुद वहन करना होगा।टेस्ट में शामिल होने के लिए लखनऊ जाने वाले श्रमिकों को लेकर उप श्रम आयुक्त बृज मोहन शर्मा से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि वैध पासपोर्ट के साथ ही श्रमिक लखनऊ जाएं इतना ही नहीं उनके पास मेडिकल फिटनेस भी होना अनिवार्य है। यदि कोई भी जिले का श्रमिक जिसके पास यह सभी दक्षता है और जो बेसिक अंग्रेजी बोल या समझ सके वह भी इन 202 श्रमिकों के साथ जा सकता है। चाहे हा आवेदन किया हो या नहीं। पीआईबीए की ओर से चयन होने पर उसे भी इजराइल जाने का मौका मिल सकता है। चयन होने पर इजराल में भारतीय रूपए के तौर पर लगभग एक लाख 37 हजार 260 रुपए दिए जाएंगे।