मॉडर्न इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:30 बजे कला, मेहंदी, रंगोली और कलश प्रतियोगिता के साथ हुई। इस भव्य आयोजन में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्त, सचिव मनीष तुलास्यान, प्रबंधक जे. पी. एस. तोमर, उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल और अन्य सदस्यों की उपस्थिति रही।
चार सदनों में बांटी गई प्रतियोगिताएं
कार्यक्रम में छात्रों को चार सदनों—चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद और रवींद्रनाथ टैगोर में विभाजित किया गया। इन सदनों के बीच प्राइमरी, जूनियर और सीनियर संवर्ग के छात्रों ने अपनी कला और कौशल का प्रदर्शन किया।
जूनियर और सीनियर संवर्ग में शानदार प्रदर्शन
जूनियर संवर्ग में विवेकानंद सदन के आदर्श भारती ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि हुमैरा मिर्जा और अवनी श्रीवास्तव क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। वहीं सीनियर संवर्ग में विवेकानंद सदन की स्मिता श्रीवास्तव ने बाजी मारी। दूसरे स्थान पर चंद्रशेखर आजाद सदन के अफीफ अलबद्र और तीसरे स्थान पर विवेकानंद सदन की अंशिका तिवारी रहीं।
कलश प्रतियोगिता ने बिखेरी परंपरा की छटा
कलश प्रतियोगिता में प्राइमरी संवर्ग की खुशी कसौधन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि अलीफ़शा और शिव किशन ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। जूनियर और सीनियर संवर्ग में भी प्रतिभागियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया।
रंगोली प्रतियोगिता में खनक ने जीता दिल
रंगोली प्रतियोगिता में जूनियर संवर्ग की खनक तिवारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर जोया अंसारी और तीसरे स्थान पर वंशिका तिवारी रहीं। रंगोली के रंगों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मिट्टी के मॉडल बने मुख्य आकर्षण
बच्चों द्वारा बनाए गए मिट्टी के मॉडलों की एक आर्ट गैलरी प्रदर्शित की गई, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही। इन मॉडलों ने बच्चों की रचनात्मक सोच और प्रतिभा को उजागर किया।
निर्णायक और शिक्षकों का विशेष योगदान
कार्यक्रम में निर्णायकों के रूप में गीता गौतम, प्रमोद कुमार मिश्र, वंदना अग्रवाल और अन्य ने अपनी भूमिका निभाई। विद्यालय प्रधानाचार्य हेमंत कुमार तिवारी ने निर्णायकों और आयोजन टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस आयोजन को सफल बनाने में डॉ. शुचिता चौहान, उमेश चंद्र तिवारी, एस. एन. त्रिवेदी, बी. पी. पांडेय, नीतू श्रीवास्तव और अन्य शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।