भाजपा गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ दिए गए बयान के विरोध में बलरामपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।उसके बाद विधानसभा घेराव के दौरान गोरखपुर के प्रभात पांडे की दुखद मृत्यु पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वीर विनय चौराहे पर कैंडल मार्च निकालकर शोक व्यक्त किया।जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनुज कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा और आरएसएस लगातार देश के महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पहले नेहरू, गांधी, इंदिरा और राजीव के बाद अब बाबा साहेब अंबेडकर के खिलाफ बयान देकर भाजपा ने अपनी दूषित मानसिकता का परिचय दिया है। दलित और वंचित वर्ग के लिए अंबेडकर भगवान समान हैं, लेकिन भाजपा को यह स्वीकार नहीं है।” उन्होंने अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफे की मांग की।
भाजपा पर दलित-विरोधी मानसिकता का आरोप
जिला महासचिव विनय कुमार मिश्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “जिनके जीन में गद्दारी हो, उनसे महापुरुषों का सम्मान करने की उम्मीद करना व्यर्थ है। भाजपा गरीबों, दलितों और वंचितों से नफरत करती है और केवल पूंजीपति मित्रों के लिए काम करती है। कांग्रेस हमेशा अंबेडकर जी के विचारों के लिए संघर्ष करती रही है और करती रहेगी।”
महिलाओं ने भी दर्ज कराया विरोध
जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष आरिफा उत्साही ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है। जहां हर हर महादेव कहा जाना चाहिए, वहां हर हर मोदी कहा जा रहा है। लेकिन कांग्रेस यह साफ कर देना चाहती है कि बाबा साहेब अंबेडकर दलितों और वंचितों के मसीहा हैं। उनके खिलाफ कुछ भी सहन नहीं किया जाएगा।”
संविधान बचाने की कांग्रेस की लड़ाई
डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि भाजपा अगर सत्ता में मजबूत होती, तो संविधान को बदलने की कोशिश करती। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब के सम्मान के लिए कांग्रेस हमेशा लड़ाई लड़ेगी।” डॉ. प्रतीक मिश्रा ने भी भाजपा की मंशा पर सवाल उठाए और अमित शाह के इस्तीफे की मांग दोहराई।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने लिया भाग
इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। जिला प्रवक्ता घनश्याम मिश्रा ने कहा, यह देश अंबेडकर के बिना अधूरा है। भाजपा की दलित विरोधी नीतियों को बेनकाब करने के लिए कांग्रेस यह लड़ाई जारी रखेगी। कार्यक्रम को अवधेश पाल सिंह, डॉ. खलीलुल्लाह, धर्मेंद्र मिश्रा, इबरार अहमद और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। प्रदर्शन में मोहम्मद जमील, हफीजुल्ला सिद्दीकी, विश्वनाथ यादव, अजीत सिंह समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अमित शाह से इस्तीफे तक जारी रहेगा संघर्ष
कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगते और अपने पद से इस्तीफा नहीं देते। पार्टी ने अंबेडकर के विचारों और संविधान की रक्षा के लिए अपने संघर्ष को और तेज करने का ऐलान किया।