सद्भावना आवाज़
अरविंद यादव (संवाददाता)
अम्बेडकर नगर
कहते है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता हैं, लेकिन जब यही भगवान गरीब लोगों को पैसा छापने की मशीन समझ ले तो उस समाज का पतन होना तय माना जाता है, एक समय था जब इन्हीं डाक्टरों को लोग पूजते थे लेकिन अब यही डॉक्टर अपने पेशे के साथ गद्दारी करने लगे जिससे लोगों में इनके प्रति घृणा का भाव हो गया है,हर गली मोहल्ले में कई झोलाछाप डाक्टरों की टीम लोगों के जेबों पर निगाह बनाए रखते हैं,लेकिन स्वास्थ्य विभाग हैं कि अनदेखा किए हुए हैं, कही न कही स्वास्थ्य विभाग जेब गर्म करने की जुगत लगाए हुए हैं।जबकि आम जनमानस से ही इनके घर का चूल्हा जलता है।बताते चलें अम्बेडकर नगर के हर छोटे बड़े चौराहे पर झोलाछाप डाक्टरों की टीम लगातार गरीब तबके के लोगों को लूट खसोट रही है,कैसे किस मरीज से कितना वसूली करना है पहले ही भूमिका बना लिया जा रहा है।
झोलाछाप डाक्टरों द्वारा वसूली
झोलाछाप डॉक्टर द्वारा एक मर्ज का कई दवा दिया जा रहा है कि एक से नहीं तो दूसरे दवा से आराम होगा बगैर जानकारी के कई डॉक्टर तो गूगल का सहारा लेकर दवा देने का काम कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी
स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी का नतीजा झोलाछाप डाक्टरों की भरमार हो गई है,हर गली मोहल्ले में चल रहे ऐसे झोलाछाप पर कार्यवाही करने से कतराते दिखते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी हां समय से कमीशन लेने को नही भूलते यह अधिकारी कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग को शिकायत करने पर लिखत शिकायत की मांग की जाती हैं।
सीएमओ ने कहा
सीएमओ श्रीकांत शर्मा द्वारा बताया गया कि डॉक्टर बादल छापा मारने का काम देखते है अभी व्यस्त है बाद में बात होगीवहीं समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी तो कन्नी काटते नजर आए तो फिर कैसे हो लोगों के साथ इंसाफ जब सुरक्षा करने वाले ही कमिशन खोरी करने लगे हैं।