बहराइच। सम्भल में नेजा मेला की अनुमति न मिलने का असर अब बहराइच में भी देखने को मिल रहा है। यहां के हिन्दू संगठनों ने सम्भल की तर्ज पर ज्येष्ठ माह में आयोजित होने वाले जेठ मेले पर रोक लगाने की मांग की है। इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है।जिला मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाजी की दरगाह के नाम पर सम्भल में नेजा मेले का आयोजन होता है। लेकिन सम्भल के जिला प्रशासन ने इस बार नेजा मेले की अनुमति नहीं दी है। इस घटना की चर्चा अब बहराइच तक पहुंच गई है, जिसके बाद विहिप ने जेठ मेले पर भी रोक लगाने की मांग की है।
जेठ मेले में हिन्दू श्रद्धालुओं की भारी संख्या
दरगाह थाना क्षेत्र में स्थित गाजी की दरगाह पर प्रतिवर्ष जेठ माह में एक माह तक चलने वाले मेले का आयोजन होता है। इस मेले में लगभग 90 प्रतिशत हिन्दू श्रद्धालु मन्नत के लिए पहुंचते हैं। इसमें पूर्वांचल के जिलों के अलावा बिहार, मुंबई, नेपाल और अन्य राज्यों से भी लोग आते हैं।
विहिप ने मेले पर रोक लगाने की दी दलील
विश्व हिंदू परिषद विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजीत प्रताप सिंह की अगुवाई में डीएम को ज्ञापन सौंपा गया। उनका कहना है कि दरगाह के स्थान पर पहले सूर्य कुंड और सूर्य मंदिर था, जिसे आक्रांता फिरोज शाह तुगलक ने 12वीं शताब्दी में तोड़कर गाजी की दरगाह बनवाई थी। अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि गाजी का स्थान चित्तौरा में है, इसलिए जेठ मेले पर स्थाई रूप से रोक लगाई जानी चाहिए।