कड़ाके की ठंड को ध्यान में रखते हुए गोंडा जिले की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गौ-आश्रय स्थलों और कान्हा गौशालाओं में पशुओं की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अलाव जलाने, बिछावन तैयार करने और हरे चारे, गुड़ व पौष्टिक आहार की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी गौ-आश्रय स्थलों पर भूसे, तिरपाल और बोरी का उपयोग कर बिछावन तैयार किया जाए, जिससे गौवंश को ठंड से बचाया जा सके। रात के समय गौशालाओं की सुरक्षा के लिए चौकीदारों की तैनाती भी अनिवार्य की गई है।
गौशालाओं में अलाव और पौष्टिक आहार अनिवार्य
उन्होंने गौशालाओं और उनके आसपास स्वच्छता बनाए रखने का निर्देश देते हुए खुले में कचरा फेंकने पर रोक लगाने को कहा। 28 नवंबर 2024 तक इन व्यवस्थाओं की रिपोर्ट सौंपने का आदेश देते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि निर्देशों का पालन न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि ठंड में पशुओं की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।