सोमवार को डीएम ने तहसील सदर के ग्राम टेंगनहिया मानकोट में शहरी आवास कॉलोनी की तर्ज पर निर्मित ‘मां पाटेश्वरी सिटी विला’ कॉलोनी का निरीक्षण किया। इस औचक निरीक्षण का उद्देश्य कॉलोनी में आधारभूत संरचनाओं और सुविधाओं का जायजा लेना और उसे और अधिक जनोपयोगी बनाना था।निरीक्षण के दौरान डीएम ने कॉलोनी में मनरेगा के तहत बनाए गए पार्क, सामुदायिक शेड और हाई मास्क लाइट जैसी सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की। डीएम ने बीडीओ को निर्देश दिया कि कॉलोनी में साफ-सफाई और रखरखाव का विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि यहां निवास करने वाले सभी परिवारों को स्वच्छ और सुरक्षित माहौल मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को नियमित अंतराल पर कॉलोनी की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के भी आदेश दिए।
राप्ती नदी कटान से पुनर्वास
डीएम ने कॉलोनी के खाली पड़े भू-भाग का उपयोग उन परिवारों के पुनर्वास के लिए करने का निर्देश दिया जो राप्ती नदी के कटान से प्रभावित हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि इन परिवारों को पट्टा आवंटित करने के साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाए, जिससे कि उन्हें स्थायी आवास मिल सके। डीएम ने कहा कि इन परिवारों को पुनर्वासित कर उनके जीवन में स्थिरता लाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है।
डीएम ने किसानों से किया सीधा संवाद
निरीक्षण के पश्चात डीएम ने राप्ती नदी के किनारे बसे ग्राम कल्याणपुर का दौरा किया, जहाँ उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। डीएम ने बताया कि 1 नवंबर से जिले में धान खरीद की प्रक्रिया शुरू हो रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे समय पर ऑनलाइन पंजीकरण करवा लें और फिर अपने निकटतम क्रय केंद्र पर धान बेचें। डीएम ने अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे किसानों को धान खरीद की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करें, ताकि सभी किसान अपनी उपज का उचित मूल्य प्राप्त कर सकें।

अधिकारियों की सक्रिय हो भागीदारी
निरीक्षण के दौरान एडीएम प्रदीप कुमार, एसडीएम सदर संजीव कुमार यादव सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पुनर्वास, धान खरीद, और कॉलोनी में सुविधाओं के विकास कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि जनहित के सभी कार्य समयबद्ध रूप से पूरे हों और किसी भी तरह की प्रशासनिक लापरवाही न हो।