इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी कारणवश औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ है, तो उनके लिए दूरस्थ शिक्षा एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो रही है। यह बातें उन्होंने एमएलके पीजी कॉलेज बलरामपुर में संचालित इग्नू केंद्र पर परीक्षा के औचक निरीक्षण के दौरान कहीं।निरीक्षण के दौरान उन्होंने समन्वयक डॉ आलोक शुक्ल द्वारा संचालित परीक्षा की जानकारी ली। डॉ सिंह ने बताया कि इग्नू केंद्र पर कई रोजगारपरक और कौशल उन्नयन के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इनमें आपदा प्रबंधन में डिप्लोमा, पर्यावरण अध्ययन में प्रमाण पत्र, परामर्श और ग्रामीण प्रबंधन में प्रमाण पत्र जैसे कोर्स शामिल हैं। इसके अलावा स्नातक और परास्नातक के परंपरागत पाठ्यक्रम भी संचालित हैं, जो अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए निशुल्क हैं।
मिल कर्मचारियों के शैक्षिक उन्नयन की अपील
डॉ कीर्ति विक्रम सिंह और समन्वयक डॉ शुक्ल ने बलरामपुर चीनी मिल के डीजीएम एचआरडी के. सिंह को एक पत्र सौंपा। पत्र के माध्यम से डॉ सिंह ने अपील की कि मिल में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को इग्नू के पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए प्रोत्साहित किया जाए।उन्होंने कहा कि इससे उन लोगों को लाभ होगा, जो किसी कारणवश औपचारिक शिक्षा नहीं प्राप्त कर पाए हैं और अब अपने जीवन में शैक्षिक सुधार करना चाहते हैं। यह पहल कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए शिक्षा के नए अवसर प्रदान कर सकती है।