बलरामपुर। जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने बलरामपुर स्थित नवीन मंडी समिति परिसर में संचालित गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। मंडी परिसर में इस समय तीन गेहूं क्रय केंद्र सक्रिय हैं। निरीक्षण के दौरान डीएम ने किसानों की उपस्थिति, सुविधा, और क्रय प्रक्रिया की पूरी जानकारी ली तथा मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान डीएम ने गेहूं बेचने आए एक किसान से सीधे बातचीत की और पूछा कि उसे उपज बिक्री में किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं हो रही। किसान ने बताया कि उसे किसी तरह की समस्या नहीं है और क्रय केंद्र पर उसकी उपज आसानी से खरीदी जा रही है।इस पर डीएम ने कहा कि अब किसान चाहें तो घर से ही अपनी उपज बेच सकते हैं। मंडी समिति की टीम किसानों के घर जाकर भी उपज की खरीद करेगी। उन्होंने इस व्यवस्था को जल्द और प्रभावी तरीके से लागू करने का निर्देश क्रय केंद्र प्रभारी को दिया।डीएम ने मौके पर स्टॉक रजिस्टर, भुगतान रजिस्टर और अन्य अभिलेखों की जांच भी की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को उनके गेहूं का भुगतान 48 घंटे की समय सीमा में हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
गेहूं क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण
साथ ही, डीएम ने यह भी कहा कि क्रय केंद्र पर किसानों के बैठने की व्यवस्था, शीतल पेयजल, और छाया की समुचित व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।निरीक्षण के दौरान डीएम को जानकारी मिली कि कुछ स्थानों पर क्रय गेहूं के उठान में देरी हो रही है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ट्रांसपोर्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि समय पर उठान न होने से न केवल किसानों को परेशानी होती है बल्कि मंडी की कार्यप्रणाली पर भी असर पड़ता है।निरीक्षण के दौरान मंडी समिति से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। डीएम ने सभी को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों की सुविधा को प्राथमिकता दी जाए, कार्य में पारदर्शिता बनी रहे और हर किसान को समय पर भुगतान मिले।इस निरीक्षण से किसानों में संतोष और विश्वास की भावना देखी गई। जिला प्रशासन की यह पहल खरीफ और रबी सीजन में फसल क्रय की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।